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Old Pension Scheme पर आया बड़ा अपडेट, बहाली को लेकर सरकार ने अपना रूख किया साफ

Old Pension Scheme - दिसंबर 2003 में सरकार ने पुरानी पेंशन योजना को समाप्त कर दिया। राष्ट्रीय पेंशन योजना (NPS) इसके बाद लागू की गई। NPS 1 अप्रैल 2004 से लागू हो गया है। पुरानी पेंशन व्यवस्था में कर्मचारी के आखिरी वेतन का पचास प्रतिशत पेंशन दिया जाता था। पूरी लागत सरकार ने दी थी। वहीं, 1 अप्रैल 2004 के बाद सरकारी नौकरी में आए कर्मचारियों के लिए NPS है। साथ ही, राज्य स्तर पर पुरानी पेंशन स्कीम के खिलाफ संघर्ष चल रहा है।  नीचे खबर में जानें कि सरकार क्या OPS को फिर से लाएगी:   

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Old Pension Scheme पर आया बड़ा अपडेट, बहाली को लेकर सरकार ने अपना रूख किया साफ

The Chopal : देश भर में पिछले कुछ समय से पुरानी पेंशन योजना, या ओल्ड पेंशन स्कीम (OPS), को फिर से लागू करने की मांग उठ रही है। इसका राष्ट्रीय स्तर पर अभियान चल रहा है। जब चुनाव करीब आते हैं, मांग तेज हो जाती है। सरकारी कर्मचारी पुरानी पेंशन व्यवस्था को फिर से शुरू करने की मांग कर रहे हैं। कर्मचारियों का मानना है कि नई पेंशन योजना से कम लाभ मिलते हैं।  उनका भविष्य इससे सुरक्षित नहीं है।

ऐसे में, आगामी लोकसभा चुनाव 2024 के मद्देनजर अब पुरानी पेंशन योजना को नए सिरे से लागू करने की मांग को लेकर बहस छिड़ गई है। पुरानी पेंशन व्यवस्था की पुनर्गठन पर चुनावी बहस जारी है, जबकि सरकार इसे लागू करने के पक्ष में नहीं है। पार्टी इसकी पुनर्वास का मुद्दा उठाकर आगामी चुनाव में वोटर को लुभाने का प्रयास भी कर सकती है।

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क्या OPS को फिर से ला सकती है सरकार- 

ऐसे में क्या लोकसभा चुनाव को देखते हुए केंद्र की मोदी सरकार कर्मचारियों की मांग को ध्यान में रखते हुए एक बार फिर से पुरानी पेंशन को वापस ला सकती है? यह सवाल इसलिए उठ रहा है क्योंकि सैलरीड और पेंशनर्स एक बड़ा वोटर वर्ग है। 

चुनाव के दौरान सरकार इन्हें खुश करने की कोशिश करती रहती है। कर्मचारियों ने कई राज्यों में पुरानी पेंशन व्यवस्था को बहाल करने की मांग की है। कर्मचारी फिर से पुरानी पेंशन की मांग क्यों कर रहे हैं, सिवाय नवीन पेंशन स्कीम? क्या सरकार उनकी मांगों को पूरा करने का प्रयास करेगी? सरकारी कर्मियों को कौन-से लाभ मिलेंगे अगर देश भर में पुरानी पेंशन व्यवस्था फिर से लागू की जाएगी? हम इन सभी प्रश्नों के उत्तर देंगे।

ओल्ड पेंशन स्कीम (OPS) क्या है?

पुरानी पेंशन योजना यानी ओल्ड पेंशन स्कीम (OPS) के तहत सरकार साल 2004 से पहले कर्मचारियों को रिटायरमेंट के बाद एक निश्चित पेंशन देती थी। यह पेंशन कर्मचारी के रिटायरमेंट के समय उनके वेतन पर आधारित होती थी। इस स्कीम में रिटायर हुए कर्मचारी की मौत के बाद उनके परिजनों को भी पेंशन दी जाती थी। हालांकि, पुरानी पेंशन योजना (Old Pension Scheme) को 1 अप्रैल 2004 में बंद कर दिया गया था। इसे राष्ट्रीय पेंशन योजना (National Pension Scheme) से बदल दिया गया है। जिसके बाद से  इसको वापस लेने की मांग काफी जोरों से हो रही है। वहीं, पुरानी पेंशन योजना  लागू करने की मांग भी लगातार की जा रही है।

जानिये पुरानी पेंशन योजना (Old Pension Scheme) के फायदे-

इस स्कीम के तहत कर्मचारियों को रिटायरमेंट के समय उनके वेतन की आधी राशि पेंशन के रूप में दी जाती है।
पुरानी पेंशन स्कीम में अगर रिटायरमेंट के बाद कर्मचारी की मृत्यु हो जाए तो उनके परिजनों को पेंशन की राशि दी जाती है।
इस स्कीम में पेंशन देने के लिए कर्मचारियों के वेतन से किसी भी तरह की कटौती नहीं होती है।

OPS में रिटायरमेंट के समय कर्मचारियों की अंतिम बेसिक सैलरी का 50 फीसदी यानी आधी राशि तक पेंशन के रूप में दिया जाता है। इस स्‍कीम के जरिये रिटायरमेंट  के बाद मेडिकल भत्‍ता और मेडिकल बिलों की रिम्बर्समेंट की सुविधा भी दी जाती  है।
इस स्कीम में रिटायर्ड हुए कर्मचारी को 20 लाख रुपये तक ग्रेच्‍युटी की रकम दी जाती है।

OPS बहाली पर सरकार ने फिर साफ किया अपना रुख

हालांकि, इस योजना को फिर से लागू करने को लेकर सरकार ने अपना रुख एक बार फिर साफ कर दिया है। लोकसभा में ओल्ड पेंशन स्कीम की बहाली के इस मुद्दे पर को लेकर किए गए सवाल के जवाब में वित्त राज्य मंत्री पंकज चौधरी (Pankaj Chaudhary) ने  कहा कि सरकार के पास ऐसा कोई प्रस्ताव नहीं है।

RBI ने भी OPS को लेकर किया आगाह

भारतीय रिजर्व बैंक (RBI) ने भी पुरानी पेंशन योजना, ओल्ड पेंशन स्कीम (OPS) को फिर से शुरू किया है। भारतीय रिजर्व बैंक ने कहा कि इसे लागू करने से राज्यों के वित्त पर काफी दबाव पड़ेगा और विकास खर्च करने की उनकी क्षमता सीमित होगी। आरबीआई (RBI) की रिपोर्ट में कहा गया है कि इस प्रकार राज्यों के पुराने पेंशन की ओर लौटना एक महत्वपूर्ण कदम होगा।

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