Chanakya Niti : पत्नी को पति के सामने कभी नहीं खोलनी चाहिए ये सच्चाई, चाहे आ जाए कोई भी नोबत
Chanakya Niti For Wife :शादी विश्वास की एक जोड़ी है। पति-पत्नी को शादी के दौरान सलाह दी जाती है कि वे कभी भी एक-दूसरे से झूठ नहीं बोलेंगे या कुछ छिपाएंगे, चाहे यह किसी भी धर्म के रीति-रिवाजों के अनुसार हो। यही कारण है कि बहुत से लोग बिना सोचे-समझे इस पर विश्वास करने लगते हैं। पति-पत्नी के रिश्ते में झूठ की कोई जगह नहीं है। लेकिन चाणक्य नीति (Chanakya Niti) कहता है कि पति को कुछ नहीं बताना लाभदायक है।
The Chopal, Chanakya Niti For Wife : शादी प्यार और विश्वास पर आधारित है। पति-पत्नी (संबंधों के टिप्स) दोनों एक-दूसरे से कभी झूठ नहीं बोलने और एक-दूसरे से कुछ भी छिपाने का वादा करते हैं, चाहे आप अपने धर्म में शादी करें या किसी और धर्म में। इसके परिणामस्वरूप बहुत से लोग बिना सोचे-समझे इन बातों पर अमल करने लगते हैं। आप जानते हैं कि ये वास्तव में सिर्फ अपवाद हैं, जिनका उल्लेख कोई भी भूल नहीं जाता। ऐसे में आज हम चाणक्य नीति के अनुसार आपको समझाने की कोशिश करेंगे।
चाणक्य नीति कहता है कि पति-पत्नी को कई बातें अपने तक रखनी चाहिए और किसी को भी नहीं बतानी चाहिए। Chanakya Niti for Husband and Wife बताता है कि पत्नी को अपने पति से कौन सी बातें कभी नहीं बतानी चाहिए।
मायके की गोपनीयता: एक लड़की की शादी होने के बाद वह अपने पति पर बहुत भरोसा करने लगती है। ऐसे में वह अक्सर अपने पति से अपने परिवार से जुड़े राज बताती रहती है। लेकिन ऐसा करना बिल्कुल भी नहीं चाहिए। इससे आपके पति (Chanakya Niti in hindi) को लगता है कि आप एक अच्छे शासक नहीं हैं, इसलिए वह आपको अपनी बातें बताने में झिझकते हैं। वह आपके माता-पिता के खिलाफ भी आपके इन रहस्यों का इस्तेमाल कर सकता है, जो आपके पति-पत्नी के रिश्ते को खराब कर सकता है।
शादी के बाद हर लड़की को (Chanakya Niti for women) अपने और अपने पति द्वारा कमाए गए पैसे में से कुछ बचाने चाहिए ताकि वे घर पर आने वाले किसी भी संकट से बच सकें और परिवार को मदद कर सकें। लेकिन आपके पति को भी आपकी बचत के बारे में पता नहीं चलना चाहिए।
वेदों के अनुसार किसी को किए गए दान का पता नहीं होना चाहिए, क्योंकि तभी दान का लाभ मिलता है। चाणक्य नीति के अनुसार, पति को महिलाओं द्वारा किए गए दान की जानकारी भी नहीं मिलनी चाहिए। पति-पत्नी के बीच पैसों को लेकर विवाद हो सकता है, जिससे दान का मूल्य पूरी तरह खत्म हो जाएगा।.