बंजर पड़ी जमीन में करें इस पौधे की खेती, 100 क्विंटल का मिलेगा उत्पादन
The Chopal - इस पौधे की खेती जमीन बंजर पर भी 100 क्विंटल से ज्यादा उत्पादन देगी. आज हम आपको पूरी प्रक्रिया बताने जा रहे हैं। एक ऐसी खेती के बारे में जो आप बंजर जमीन में भी कर सकते हैं और अच्छा मुनाफा कमा भी सकते हैं तेल के उपयोग से विकसित देशों में अरण्डी की मांग भी काफी ज्यादा बढ़ रही है। इसलिए वहाँ की जनता भी इसकी डिमांड बहुत अधिक करती है। अरंडी की मांग के कारण इसका उत्पादन बढ़ाना भी आवश्यक है, जिससे बंजर जमीन वाले किसान लाखों का मुनाफा कमा सकते हैं।
ये भी पढ़ें - सातवें आसमान से औंधेमुंह गिरे टमाटर के भाव, नई फसल का हुआ असर
अरंडी की खेती कैसे करें
अरंडी की खेती के लिए सबसे पहले पौधों को नर्सरी में लगाया जाता है, या फिर बीजों को सीधे खेतों में सीड ड्रिल द्वारा लगाया जा सकता है। बारिश के मौसम में इसकी खेती की जाती है जलोढ़ मिटटी इसके लिए अच्छी मानी जाती है अरण्डी की बुवाई के तीन से चार सप्ताह बाद इसकी पहली गुड़ाई करनी चाहिए। अरंडी में कीट भी बहुत जल्दी लगते हैं, इसलिए डेढ़ से दो लीटर कीटनाशी क्यूनालफास प्रति हेक्टेयर छिड़काव करना चाहिए। जिससे कीटों का खतरा कम होता है, अरण्डी से आसानी से 100 क्विंटल प्रति हेक्टेयर उत्पादन प्राप्त किया जा सकता है। इसके बाद आप बहुत अधिक पैसा कमाएंगे।
ये भी पढ़ें - भारतीय UPI की दीवानी हुई दुनिया, जानिए कब और कैसे हुई शुरुआत
जानें मुनाफा
अरंडी से बहुत सारे दवा और तेल बनाए जाते हैं, जो कई बीमारियों में उपयोग किए जाते हैं, इसलिए इसकी मांग 12 महीने तक बनी रहती है। कई विदेशी कंपनियां भी इन्हें उच्च मूल्य पर खरीदती हैं, जिससे अच्छा मुनाफा मिलता है। भारत की अरण्डी तेल उत्पादन में सबसे बड़ी हिस्सेदारी है। अरण्डी के बीज में पचास से साठ प्रतिशत तक तेल होता है। अरण्डी का बीज भी 5 से 6 हजार रुपए प्रति क्विंटल के लिए बेचा जाता है। और इसकी काफी मांग होने के कारण कुछ लोग इससे अच्छी आय कमाते हैं अरंडी का तेल किसानों को बहुत फायदा देता है क्योंकि इसकी कीमत 70 से 100 रुपए प्रति लीटर होती है।