बरेली के इन इलाकों में चलेंगी सरकारी स्लीपर बसें, फोरलेन हाईवे प्रोजेक्ट भी तेज़ी से आगे बढ़े
UP News : बरेली क्षेत्र के लिए यह खबर वाकई में विकास की दिशा में बड़ा कदम है। केंद्र और उत्तर प्रदेश सरकार की योजनाएं इस क्षेत्र को नई ऊंचाइयों पर ले जा सकती हैं। स्मार्ट सिटी मिशन के अंतर्गत सिविक सुविधाओं का डिजिटलीकरण और स्ट्रीट लाइट्स, सीवरेज, वॉटर सप्लाई में सुधार होगा।

Uttar Pradesh News : अब बरेली क्षेत्र को विकास की नई गति मिलेगी। बरेली रीजन में बुनियादी ढांचे को मजबूत करने, औद्योगिक गतिविधियों को बढ़ावा देने और परिवहन कनेक्टिविटी को सुधारने के लिए केंद्रीय और राज्य सरकार द्वारा कई योजनाएं शुरू की जा रही हैं। इन पहलों से यह क्षेत्र उत्तर भारत में एक महत्वपूर्ण विकास केंद्र बन जाएगा और स्थानीय लोगों को भी लाभ मिलेगा।
निवेश और रोजगार बढ़ेंगे
हाल ही में घोषित योजनाओं में बरेली में नए औद्योगिक कॉरिडोर, स्मार्ट ट्रांसपोर्ट प्रणाली, सड़कों की चौड़ीकरण, रेलवे और हवाई कनेक्टिविटी में सुधार शामिल हैं। साथ ही बरेली को दिल्ली, लखनऊ और अन्य महत्वपूर्ण शहरों से जोड़ने वाले फोरलेन हाईवे प्रोजेक्ट भी तेजी से पूरा हो रहा है। मई के पहले सप्ताह में बरेली रीजन को परिवहन मुख्यालय से दो सौ नई बसें मिलेंगी।
इनमें 20 स्लीपर बसें और 22 वॉल्वो बसें हैं। प्रक्रिया मुख्यालय स्तर पर पूरी हो चुकी है। बसों की गतिविधियों का चार्ट बनाया जा रहा है। परिवहन निगम ने अनुबंधित वॉल्वो बसों में यात्रियों की बढ़ती संख्या को देखते हुए बसों को बेड़े में शामिल करने का फैसला किया है। मई के पहले सप्ताह में बरेली क्षेत्र में 22 वॉल्वो, 20 स्लीपर और 158 साधारण बसें आने की उम्मीद है। वॉल्वो बसों को लंबी दूरी पर चलाया जाएगा।
स्वास्थ्य और शिक्षा क्षेत्र में भी बदलाव होगा
बरेली रीजन में नए मेडिकल कॉलेज में स्किल डेवलपमेंट सेंटर और तकनीकी संस्थान की स्थापना की जा रही है। इससे स्थानीय स्तर पर अच्छी शिक्षा और रोजगार के अवसर मिलेंगे। नए अस्पतालों और प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्रों का भी निर्माण किया जा रहा है, जो क्षेत्रीय स्वास्थ्य इंफ्रास्ट्रक्चर को मजबूत करेंगे। Rm ने बताया कि पिछले महीने बरेली रीजन के चारों डिपो की 83 खटारा हो चुकी बसों को नीलाम करने की सूची मुख्यालय को भेजी गई थी।
ये बसें निर्धारित किलोमीटर से अधिक दूरी पार कर चुकी हैं। कार्यशालाओं में सभी पुरानी बसें खड़ी हैं। इन बसों को नीलाम करने की प्रक्रिया को मुख्यालय स्तर से शुरू करने के निर्देश जारी किए गए हैं। 30 अप्रैल तक बसों को नीलाम कर कार्यशाला से बाहर निकाला जाएगा। बरेली रीजन के बरेली, रुहेलखंड, पीलीभीत और बदायूं डिपो के बेड़े में वर्तमान में 748 साधारण और 32 जनरथ श्रेणी की वातानुकूलित बसें हैं। साथ ही, वॉल्वो बसों का संचालन एक अनुबंध पर है। आरएम दीपक चौधरी ने बताया कि पिछले साल मुख्यालय को नई बसों का प्रस्ताव भेजा गया था और मियाद पूरी कर चुकी बसों को भी नीलाम कर दिया गया था।