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राजस्थान में बनेगी देश की सबसे लंबी 8-लेन टनल, जहरीली गैसों की पहचान के लिए लगेगा अत्याधुनिक पॉल्यूशन डिटेक्टर सेंसर

Rajasthan News: राजस्थान के इंफ्रास्ट्रक्चर इतिहास का एक ऐतिहासिक पड़ाव है! देश की सबसे लंबी 8-लेन टनल से जुड़ी यह जानकारी बहुत खास है। पहले यह टनल जनवरी 2024 तक पूरी होनी थी, लेकिन अब इसे दिसंबर 2025 तक पूरा करने का लक्ष्य है। इसके बाद जनवरी 2026 से ट्रैफिक इस पर शुरू होगा।

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राजस्थान में बनेगी देश की सबसे लंबी 8-लेन टनल, जहरीली गैसों की पहचान के लिए लगेगा अत्याधुनिक पॉल्यूशन डिटेक्टर सेंसर

The Chopal : दिल्ली-मुंबई एक्सप्रेस-वे का एक महत्वपूर्ण भाग कोटा जिले के मुकुंदरा हिल्स टाइगर रिजर्व से गुजरता है, जहां एक 4.9 किलोमीटर लंबी टनल बनाई जा रही है। यह टनल इतना अलग क्यों है? इस टनल की आर-पार खुदाई गुरुवार को दूसरी ट्यूब ब्रेकथ्रू सेरेमनी के तहत पूरी की गई। बता दे की 28 फरवरी को कोटा से चेचट की ओर सुरंग ट्यूब का ब्रेकथ्रू हुआ था।  

दोनों सुरंगें अब पूरी तरह से पार हैं। ध्यान दें कि यह देश में आठ लेन की सबसे लंबी टनल है। 8 नवंबर से ट्रैफिक शुरू होने का अनुमान है।  ब्रेकथ्रू के बाद सुरंग आर-पार हो गई और टनल की दीवार को बुलडोजर से तोड़ा गया।  नेशनल हाईवे अथॉरिटी ऑफ इंडिया के कोटा प्रोजेक्ट डायरेक्टर संदीप अग्रवाल, दिलीप बिल्डकॉन निर्माण कंपनी के प्रोजेक्ट मैनेजर संजय सिंह राठौड़, इंजीनियर, कर्मचारी और अन्य अधिकारी इस अवसर पर उपस्थित थे। इस जीत पर तिरंगा फहराया गया।

सुरंग का व्यास 4.9 किमी है

सुरंग की वर्तमान चौड़ाई 9 मीटर है, लेकिन यह 19 मीटर तक बढ़ाया जाएगा।  वहीं ऊंचाई 8 मीटर से 11 मीटर होगी। टनल की अंतिम चौड़ाई 21 मीटर होगी और इसकी कुल लंबाई 3.3 किलोमीटर होगी।  ताकि वन्यजीवों का प्राकृतिक आवास प्रभावित न हो, यह टनल मुकुंदरा हिल्स टाइगर रिजर्व की सीमा से ठीक पहले शुरू होकर रिजर्व के 500 मीटर आगे तक बनाई जा रही है।  इस प्रकार, सुरंग की लंबाई 4.9 किमी होगी।  मुख्य बात यह है कि यह देश में सबसे लंबी आठ लेन की टनल है।

सुरंग का नवीनीकरण

यह निर्माण नवीनतम तकनीक न्यू ऑस्ट्रियन टनल मेथड से किया जा रहा है। यह देश में सबसे चौड़ी सड़क होगी। पहाड़ की खुदाई के दौरान बीच में कच्चा पत्थर आने के कारण निर्माण और खुदाई एक साथ किए गए, जिससे कार्य की गति प्रभावित हुई। पहले यह टनल जनवरी 2024 तक पूरी होनी थी, लेकिन अब इसे दिसंबर 2025 तक पूरा करने का लक्ष्य है।  इसके बाद जनवरी 2026 से ट्रैफिक इस पर शुरू होगा।

जानें टनल में क्या खास है

1 - टनल को बारह स्थानों पर जोड़ा जाएगा, ताकि आपातकालीन समय में चालकों को आसानी से बाहर निकलना होगा।
2 - टनल में वेंटिलेशन के लिए विशिष्ट प्रणाली
3 - जहरीली गैसों को खोजने के लिए नवीनतम पॉल्यूशन डिटेक्टर सेंसर
4  विश्वस्तरीय ऑटोमैटिक तकनीक का टनल में उपयोग।
5 - टनल में पर्याप्त ऑक्सीजन होने पर 104 जेट फैन लगेंगे।