UP के इस जिले में इनर रिंग रोड का किया जाएगा निर्माण, शासन ने दी मंजूरी, नहीं लगेगा जाम
UP News : पिछले कुछ वर्षों से सूबे के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ की अगूवाही में प्रदेश में यातायात की बेहतर कनेक्टिविटी के लिए इंफ्रास्ट्रक्चर के कई प्रोजेक्ट पर काम चल रहा है। प्रदेश में हाईवे के जाल और इन्हें जोड़ने का काम निरंतर तेजी से करवाया जा रहा है। ये प्रोजेक्ट प्रदेश की लाइफ लाइन साबित होने वाले हैं।

Uttar Pradesh News : उत्तर प्रदेश में मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के नेतृत्व में प्रदेश दिन दुगनी रात चौगुनी तरक्की कर रहा है। प्रदेश में रोड इंफ्रास्ट्रक्चर को लेकर क्रांति सी आ गई है। उत्तर प्रदेश के मेरठ जिले को एक और नई इनर रिंग रोड की सौगात मिली है। मेरठ विकास प्राधिकरण की तरफ से जमीन अधिग्रहण के लिए लोक निर्माण विभाग से खर्चा वहन का प्रस्ताव रखा है।
प्रशासन की तरफ से स्वीकृति मिली
इस रिंग रोड के लिए प्रशासन की तरफ से स्वीकृति मिल चुकी है। यह प्रोजेक्ट 354 करोड रुपए की लागत राशि से बनाया जाना है। जिले के हापुर रोड को दिल्ली रोड से कनेक्ट किया जाएगा। इन दोनों मार्गों की कनेक्टिविटी के लिए 45 मीटर चौड़ी इनर रिंग रोड का निर्माण किया जाएगा। इस रिंग रोड के निर्माण की बाद जिले का यातायात दबाव कम होगा और लोगों को आने-जाने में सहूलियत मिलने वाली है।
सड़क निर्माण पर 66 करोड़ खर्च होंगे
मेरठ महायोजना-2001 में एनएच-58 को मवाना राजमार्ग, गढ़ राजमार्ग, हापुड़ राजमार्ग और दिल्ली राजमार्ग से जोड़ने का प्रस्ताव था। यह महायोजना 2006 में बनाई गई थी और 2001 में प्रस्तावित की गई थी, लेकिन वर्षों बाद भी यह काम नहीं हुआ। अब शहर में पिछले कुछ सालों से बिछ रहे हाईवे के जाल और इन्हें जोड़ने का काम तेजी से चल रहा है। ऐसे में गढ़ रोड पर सिसौली के पास एक इंटरचेंज बनाया जा रहा है. यहां से भावनपुर होते हुए 12 किमी. लंबी सड़क मवाना के सलारपुर में पहुंचती है। इस पर जल्दी काम हो रहा है। ग्रांट 15 सितंबर तक आने की उम्मीद है। इसके बाद काम जमीन स्तर पर शुरू होगा। इनर रिंग रोड के लिए 354 करोड़ रुपये खर्च होने वाले हैं। इसमें 288 करोड़ रुपये मुआवजे और 66 करोड़ मार्ग निर्माण पर खर्च होगा।
जमीन अधिग्रहण की जरूरत
सलारपुर से एनएच-58 को जोड़ने के लिए भी रोड बनाया जा रहा है। इसके बावजूद हापुड़ राजमार्ग को दिल्ली राजमार्ग से जोड़ने का कोई प्रयास नहीं हुआ। जुर्रानपुर रेलवे फाटक पर पिछले 13 साल से रेलवे ने बनाया गया पुल हवा में लटका हुआ है। इनर रिंग रोड बनाने के लिए दोनों ओर जमीन अधिग्रहण की जरूरत थी। विकास कार्यों पर आयुक्त सेल्वा कुमारी जे. की हाल ही में हुई बैठक में भी इस पर चर्चा हुई। इसके तहत, मेडा ने जमीन अधिग्रहण करने के लिए लोक निर्माण विभाग से खर्च उठाने का अनुरोध किया है।
किसानों को मुआवजे की राशि
सड़क निर्माण की लागत को बाह्य विकास निधि से वहन करने की भी पेशकश की है। 354 करोड़ रुपये लागत से सड़क बनेगी। लोनिवि पहले 288 करोड़ रुपये मुआवजा देगा। मेडा 66 करोड़ रुपये की लागत से 45 मीटर चौड़ी सड़क बनाने में लोनिवि को मदद करेगा। प्रमुख सचिव लोनिवि भी आदेश प्राप्त कर चुके हैं। Inner Ring Road शहर की जीवन रेखा है। इसके निर्माण से जाम कम होगा। रैपिड काम से यातायात बढ़ा है। इस प्रकार सर्वे कराया गया है। किसानों को मुआवजे की राशि लोनिवि देगा और मेडा सड़क बनाने का खर्च उठाएगा।