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राजस्थान, MP और UP को जोड़ेगा नया एक्सप्रेसवे, 100 गांवों की जमीन होगी अधिग्रहण

Greenfield Expressway : ग्रीनफील्ड एक्सप्रेसवे से जुड़ी अहम जानकारी सामने आई है, बताया जा रहा है कि मध्यप्रदेश, उत्तर प्रदेश और राजस्थान के किसानों को मिलने वाली 220 करोड़ रुपये मुआवजे की राशि स्वीकृत हो गई है। जमीन अधिग्रहण होते ही जल्द ही मार्ग का निर्माण कार्य शुरू कर दिया जाएगा।

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राजस्थान, MP और UP को जोड़ेगा नया एक्सप्रेसवे, 100 गांवों की जमीन होगी अधिग्रहण

MP News : मध्यप्रदेश के ग्वालियर से उत्तर प्रदेश के आगरा के बीच बनने वाले ग्रीनफील्ड एक्सप्रेसवे के काम की अब जल्द ही शुरुआत हो सकती है। इस एक्सप्रेसवे तीन राज्यों के किसानों की जमीन जाएगी, जिसमें मध्यप्रदेश, उत्तरप्रदेश और राजस्थान शामिल है। जिसके लिए किसानों को मिलने वाली मुआवजा राशि के लिए 220 करोड़ स्वीकृत हो गए हैं, यह पैसा तीनों राज्यों के किसानों को मुआवजे के तौर पर मिलेगा। बता दें कि ग्वालियर से आगरा के बीच 4,263 करोड़ रुपये की में 88.4 किलोमीटर लंबा ग्रीनफील्ड एक्सप्रेसवे बनाया जाना प्रस्तावित है। जिसमें राजस्थान की जमीन भी शामिल होगी। 

मुरैना-ग्वालियर के 100 गांव 

दरअसल, ग्रीनफील्ड एक्सप्रेसवे बनाने के लिए मध्यप्रदेश के ग्वालियर और मुरैना जिले के करीब 100 गांवों के किसानों की भूमि का अधिग्रहण होगा, जबकि उत्तर प्रदेश के आगरा जिले के 14 गांव और राजस्थान के धौलपुर जिले के 30 गांवों के किसानों की जमीनों का अधिग्रहण इस एक्सप्रेसवे को बनाने में किया जा रहा है। बता दें कि इसे बनाने का काम ग्रीनफील्ड एक्सप्रेसवे के निर्माण के लिए जीआर इंफ्रा से अनुबंध हुआ है, जबकि अब नेशनल हाईवे अथॉरिटी ऑफ इंडिया के लिए भी जमीन उपलब्ध करानी है, ऐसे में किसानों को सबसे पहले मुआवजे की प्रक्रिया का काम किया जाना है, जिसमें यह काम जरूरी है।

ग्वालियर से आगरा के बीच बनेगी सिक्सलेन 

बता दें कि ग्वालियर से आगर के बीच 88.400 किलोमीटर की सिक्सलेन हाईवे बनेगी। नवंबर के महीने से ग्रीनफील्ड एक्सप्रेस वे का निर्माण का काम शुरू हो सकता है। हालांकि किसानों ने मुआवजा राशि को लेकर आपत्तियां लगाई हैं, लेकिन एनएचएआई के अधिकारियों का दावा है कि इसका निराकरण किया जा चुका है। बताया जा रहा है कि एक्सप्रेसवे के निर्माण अब तेजी से काम हो रहा है। क्योंकि एक तरफ कंपनी को 6 महीने में पैसे का इंतजाम करना है, जबकि इतने ही समय में एनएचएआई को जमीन भी देनी है। इसी प्रोजेक्ट के तहत ग्वालियर आगरा एक्सप्रेसवे में भी मरम्मत का काम किया जाना है। 

बता दें कि इस एक्सप्रेसवे के बाद जिन वाहनों को ग्वालियर से सीधे आगरा जाना है वह इस पर चल सकेंगे। उन्हें बीच में नहीं रुकना होगा, वहीं जिन वाहनों को मुरैना, धौलपुर की तरफ जाना है वह वर्तमान में बने हुए फोरलेन मार्ग का ही सहारा लेंगे। जिसकी मरम्मत का काम शुरू होने वाला है, 2026 तक इसकी मरम्मत भी पूरी होनी है। ग्रीनफील्ड एक्सप्रेसवे के निर्माण के लिए एनएचएआई की तरफ से लगभग सभी अनुमतियां मिल चुकी हैं। अब केवल जमीन अधिगृहण का काम रह गया है, जिसके होते ही निर्माण कार्य शुरू हो सकता है।