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UP में NH-128B मार्ग बनेगा फोरलेन हाईवे, 5 जगहों पर होगा पुलों का निर्माण, बिहार जाना होगा आसान

UP News: यूपी के इन दो जिलों के बीच इस मार्ग को अब फोरलेन में तब्दील किया जाएगा। राष्ट्रीय राजमार्ग बलिया-मऊ अब पांच आरओबी (रेलवे ओवरब्रिज) बनाया जा रहा है।

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UP में NH-128B मार्ग बनेगा फोरलेन हाईवे, 5 जगहों पर होगा पुलों का निर्माण, बिहार जाना होगा आसान

Uttar Pradesh News: उत्तर प्रदेश में बलिया-मऊ राष्ट्रीय राजमार्ग को फोरलेन में तब्दील करने की योजना बनाई गई है। इस हाईवे पर 5 नए रेलवे ओवरब्रिज (ROB) बनाए जा रहे हैं, जिससे यात्रा और अधिक सुविधाजनक होगी। शासन को प्रस्ताव भेजने के बाद उसकी मंजूरी मिलते ही काम शुरू हो जाएगा। अगले सत्र में योजना कार्यान्वित होने लगेगी। 

बलिया से आजमगढ़ मंडल मुख्यालय के साथ लखनऊ और प्रयागराज तक जाना आसान होगा। फेफना-मऊ एनएच-128 बी बनने के बाद, इस मार्ग पर बढ़ते ट्रॉफिक को देखते हुए फोरलेन बनाने की योजना बनने लगी है। एनएचआई इसके लिए डीपीआर और आरओबी बनाने में जुट गई है।

स्टेट हाईवे-34 पहले था। केंद्र सरकार ने फेफना से मऊ रोड को NH-128B दिया है। 52.57 किलोमीटर लंबी सड़क आजमगढ़ से लखनऊ और प्रयागराज को जोड़ती है। रास्ते में आज़मगढ़, मऊ, तीखा और फेफना शामिल हैं। मार्ग आज़मगढ़ से पूर्व में फेफना तक पश्चिम में जाता है। एनएच-128 बी फेफना में एनएच-31 में मिल जाएगा। बिहार के छपरा और बक्सर आसानी से इससे पहुंच सकेंगे।

वहीं, अब आजमगढ़ मंडल मुख्यालय तक पहुँचना भी आसान हो जाएगा। फिलहाल, फेफना से मऊ की दूरी तय करने में 2 से 2.30 घंटे लगते हैं। यात्रा करते समय बहुत मुसीबत होती है। अभी आजमगढ़ मंडल मुख्यालय तक पहुंचने में तीन से चार घंटे लगते हैं।

इन स्थानों पर रेलवे ओवरब्रिज बनाया जाएगा

वर्तमान में राष्ट्रीय राजमार्ग बलिया-मऊ पर पांच रेलवे ओवरब्रिज बनाए जा रहे हैं। बलिया से मऊ राजमार्ग पर ब्रिज के लिए फेफना, गढि़या, पकवाईनार, रतनपुरा और हलधरपुर में स्थान निर्धारित किए गए हैं। NHI ने रेलवे से भी सलाह मांगी है। किसी जगह टोल प्लाजा भी बनाया जाएगा।

फेफना से मऊ तक एक फोरलेन बनाने की योजना है। डीपीआर बनाया जा रहा है। मार्ग पर पड़ने वाले पांच रेलवे क्रासिंग पर ओवरब्रिज बनाया जाएगा, ताकि यातायात को आसान बनाया जा सके। रेलवे से संपर्क किया गया है। शासन को प्रस्ताव भेजने के बाद उसकी मंजूरी मिलते ही काम शुरू हो जाएगा। अगले सत्र में योजना कार्यान्वित होने लगेगी।