UP : नोएडा एयरपोर्ट से ये 3 अथॉरिटी होगी मालामाल, हर साल मिलेंगे 1.04 लाख करोड़, इन जिलों का नहीं रूकेगा विकास

UP News : नोएडा इंटरनेशनल एयरपोर्ट जेवर नोएडा, ग्रेटर नोएडा और यमुना प्राधिकरण को मालामाल करेगा। इस एयरपोर्ट से नोएडा इंटरनेशनल एयरपोर्ट लिमिटेड (नियाल) को एक साल में 1.04 लाख करोड़ रुपये मिलेंगे। इसमें हर साल पांच प्रतिशत वृद्धि की संभावना है। इसमें सरकार और जिले के तीनों विकास प्राधिकरण को अंशधारिता के हिसाब से धन मिलेगा।
जेवर एयरपोर्ट के निर्माण के लिए सरकार ने कंपनी बनाई है। इस कंपनी में प्रदेश सरकार, नोएडा प्राधिकरण, ग्रेटर नोएडा प्राधिकरण और यमुना प्राधिकरण शामिल हैं। इसमें सरकार और यमुना प्राधिकरण की हिस्सेदारी 37.5-37.5 प्रतिशत की है, जबकि ग्रेटर नोएडा और यमुना प्राधिकरण की 12.5-12.5 प्रतिशत की अंशधारिता है। इसी हिसाब से धन भी निवेश किया जा रहा है।
इस कंपनी ने ग्लोबल टेंडर के जरिये विकासकर्ता कंपनी का चयन किया। इसके तहत चयनित कंपनी ज्यूरिख इंटरनेशनल एयरपोर्ट एजी का चयन किया गया। अनुबंध के अनुसार विकासकर्ता कंपनी नियाल का प्रति यात्री 400.97 रुपये का भुगतान करेगी। अनुबंध बताता है कि यह पैसा संचालन के छठे वर्ष बाद से मिलेगा। यहां से शुरुआती साल में 1.2 करोड़ रुपये यात्री उड़ान भर रहने का अनुमान है।
यह अनुमान जेवर एयरपोर्ट परियोजना की डिटेल प्रोजेक्ट रिपोर्ट (डीपीआर) बनाने वाली कंपनी पीडब्ल्यूसी ने किया था। धीरे-धीरे यहां से सात करोड़ यात्री हर साल सफर करेंगे। इस लिहाज से नियाल को संचालन के छठे साल 1.04 लाख करोड़ रुपये मिलेंगे। यह पैसा चारों भागीदारों को मिलेगा। इससे उनको राहत मिलेगी।
आर्थिक संकट से नहीं जूझेंगे प्राधिकरण
प्राधिकरणों की यह फिक्स आमदनी होगी। इससे प्राधिकरण कभी आर्थिक संकट में नहीं आएंगे। वह विकास कार्य करा सकेंगे। हर साल एकमुश्त पैसा मिलने से प्राधिकरणों की आर्थिक स्थिति ठीक रहेगी। यह परियोजना इनके लिए लाभकारी साबित होगी। वे इस राशि का उपयोग संस्थान और शहर के लिए कर सकेंगे।
पहले दिन 65 उड़ान
नोएडा इंटरनेशनल एयरपोर्ट, जेवर से पहले दिन से 65 फ्लाइट उड़ान भरेंगी। इसमें से 62 घरेलू, दो अंतरराष्ट्रीय और एक कार्गो फ्लाइट शामिल है। शुरुआत में यहां से लोगों को इंडिगो और एयर इंडिया की सेवा मिल सकेगी। यह देश का सबसे बड़ा एयरपोर्ट होगा।
नियाल के सीईओ डॉ. अरुणवीर सिंह ने कहा, 'नोएडा इंटरनेशनल एयरपोर्ट लिमिटेड (नियाल) कंपनी में शामिल सभी भागीदारों को राजस्व मिलेगा। इनमें तीन प्राधिकरण शामिल हैं। जिसकी जितनी हिस्सेदारी है, उसी हिसाब से पैसा मिलेगा।'