UP में 66 गांवों के किसानों से जमीन अधिग्रहण की तैयारी, मिलने जा रही नई रेल लाइन की सौगात
UP News: उत्तर प्रदेश में कई नई रेलवे लाइनों को लेकर अब धीरे-धीरे सौगात मिलती जा रही है. उत्तर प्रदेश में आजादी के 70 वर्ष बाद अब इस इलाके में नई रेल लाइन आने से लोगों को आवागमन संबंधित किसी भी प्रकार की समस्या का सामना नहीं करना पड़ेगा. इस नई रेलवे लाइन को बिछाने के लिए 66 में जमीन अधिग्रहण की तैयारी अब कर ली गई है.

Uttar Pradesh News: उत्तर प्रदेश में रेलवे नेटवर्क के विस्तार को लेकर बड़ी पहल की जा रही है। लंबे समय से जिस रेल संपर्क का इंतज़ार था, अब वह धीरे-धीरे साकार होता दिखाई दे रहा है। आज़ादी के 70 वर्षों बाद अब राज्य के उन इलाकों में भी रेल लाइन पहुंचने जा रही है, जहां लोग वर्षों से आवागमन की परेशानी झेलते आ रहे थे। बलरामपुर को आजादी के 77 साल बाद एक नई रेल लाइन मिलेगी। बहराइच-खलीलाबाद रेल लाइन परियोजना के लिए जमीन अधिग्रहण का काम तेजी से चल रहा है। सर्वेक्षण कार्य उत्तरी तहसील के टेढ़वा तप्पाबांक गांव से शुरू हो गया है। सदर और उतरौला तहसील के छह सौ छह गांवों में किसानों से जमीन खरीदने की योजना बनाई जा रही है।
दस गांवों में सर्वे
सोमवार को रेलवे के डिप्टी चीफ इंजीनियर रवींद्र मेहरा ने बताया कि उतरौला तहसील के दस गांवों में सर्वे पूरा हो गया है। जमीन अधिग्रहण अब जल्द शुरू होगा। रेलवे सेक्शन इंजीनियर संजीत ने बताया कि यह लाइन उतरौला में 35 गांवों से गुजरेगी और सदर तहसील में 31 गांवों से होकर गुजरेगी। 4.29 हेक्टेयर जमीन टेढ़वा तप्पाबांक गांव से सर्वे शुरू हुआ है। सर्वे पूरा होने पर किसानों से जमीन खरीदी जाएगी। परियोजना से पहली बार हजारों ग्रामीणों को रेलवे सुविधा मिलने वाली हैं। यह रेलवे लाइन पूर्वांचल को तराई से जोड़ने में महत्वपूर्ण होगा।
इन गांवों में हुआ जमीन का सर्वे
प्रशासन द्वारा निम्नलिखित गांवों में जमीन का सर्वे किया गया है। सर्वे के तहत प्रस्तावित भूमि का विवरण नीचे दिया गया है:
गांव का नाम | प्रस्तावित भूमि (हेक्टेयर) |
चिचुड़ी शहंगिया | 7.62 |
चुचड़ीहदी | 4.15 |
बांकभवानीपुर | 5.38 |
गोवर्धनपुरवा | 3.61 |
ताराडीह | 1.65 |
पुरैना बुलंद | 7.42 |
मैनहा | 6.03 |
पिड़िया बुजुर्ग | 11.14 |
बलरामपुर खलीलाबाद-बहराइच रेल परियोजना से जुड़ेगा
पूर्वोत्तर रेलवे ने बहराइच से खलीलाबाद तक एक नई रेल लाइन बनाई है। बलरामपुर जिले के सदर और उतरौला तहसील के छह-छह गांव इस रेलवे लाइन पर होंगे। परियोजना पूरी होने पर स्थानीय लोगों को ऐतिहासिक रेल यात्रा की सुविधा मिलेगी। जिससे न केवल आसान होगा। बल्कि आर्थिक गतिविधियों को भी प्रोत्साहन मिलेगा।