The Chopal

बुई का सामान्य पौधा भी औषधीय गुणों भरपूर, रोटी और रजाई बनाने में सहायक इसका बीज

Rajasthan News :राजस्थान में रेगिस्तान में बहुत सारे ऐसे पेड़ पौधे हैं, जो लोगों का अच्छा जीवन व्यतीत करते हैं, थार रेगिस्तान में खासकर इन पौधों का पूरे साल भर सीजन रहता है इस पौधे की बीज तथा पत्तियां तक काम आती है उसके बाद लकडीयां भी, इस पौधे को बुई के नाम से जाना जाता है, इस पौधे से फूल तथा फल मिलता है,
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बुई का सामान्य पौधा भी औषधीय गुणों भरपूर, रोटी और रजाई बनाने में सहायक इसका बीज

The Chopal, Rajasthan News : राजस्थान में रेगिस्तान में बहुत सारे ऐसे पेड़ पौधे हैं, जो लोगों का अच्छा जीवन व्यतीत करते हैं, थार रेगिस्तान में खासकर इन पौधों का पूरे साल भर सीजन रहता है इस पौधे की बीज तथा पत्तियां तक काम आती है उसके बाद लकडीयां भी, इस पौधे को बुई के नाम से जाना जाता है, इस पौधे से फूल तथा फल मिलता है, यह खेतों और धोरों में खुद उग जाता है इस बुई नामक पौधे से बीज तथा हुई भी निकलती है, इस पौधे के पत्तों तथा ऊपर निकली हुई हुई को पशु बड़े चाव से खाते हैं, ज्यादातर इस पौधे को ऊंट पसंद करते हैं.

ग्रामीण रामलाल कुम्हार ने बताया कि यह बुई नाम का पौधा है और यह खेतों और धोरों में खुद उग जाता है. इस पेड़ में पत्ते आने के बाद कुछ दिन में फूल आ जाते हैं, इस फूल में बीज होते है. इस बीज से पहले लोग रोटी बना लेते थे. गेंहू का आटा लेकर इसमें बुई के बीज डाल लेते थे. इसके बाद रोटी को सेक कर खाते थे. इसके अलावा इस पौधे पर रुई की तरह फूल खिलते है. जिससे लोग अपने अपने बिस्तर और रजाई बनाकर काम में लेते थे.

कई बीमारियों में फायदेमंद

लेकिन अब लोगों ने इसका उपयोग करना बंद कर दिया है. क्योंकि इसमें मेहनत बहुत ज्यादा लगती है. हालांकि, आज भी इस पौधे की रूई और बीज से रोटी और रजाई और बिस्तर बन सकते हैं. यह पौधा बारिश होने पर उगता है और ज्यादा सर्दी होने पर यह पौधा खराब हो जाता है. ज्यादा सर्दी यह पौधा सहन नहीं कर सकता है. इस पौधे की खासियत है कि इसका बीज खत्म नहीं होता है और अपने आप आगे से आगे लगता रहता है. इस पौधे का सीजन पूरे साल रहता है. आयुर्वेदिक डॉक्टर निधि मिश्रा कहना है कि इस पौधे के पत्ते के भी कई फायदे है.

इस लिए भी करते हैं उपयोग

खेतों में कई बार गंदा पानी किसानों में पैर में लग जाने से पैर सूज जाते है. इसके बाद किसान इस बुई पौधे के पत्ते से सेक कर सूजन कम करते थे और कई दिन करने से सूजन खत्म हो जाती थी. इस बुई पौधे का तना काफी मजबूत होता है. ऐसे में थार रेगिस्तान में अगर कहीं मिट्टी में गाड़ी दब जाती है तो ज्यादातर लोग इस पौधे के तने को गाड़ी के टायर के नीचे रखकर मिट्टी से गाड़ी के निकालते है. डॉ. निधि मिश्रा कहना है कि इस पौधे के फूल में होने वाले बीज शरीर के लिए काफी फायदेमंद रहते है. इससे शरीर में एनर्जी यानी ऊर्जा बनी रहती है और कई बीमारियों से दूर रखता है.