UP में किसानों की आमदनी बढ़ाने को लेकर सरकार का बड़ा फैसला, इस खेती से मिलेगा मुनाफा
UP News : मुख्यमंत्री का यह कदम न केवल कृषि और पशुपालन को सुदृढ़ करेगा, बल्कि हरित कृषि पहल को भी बढ़ावा देगा। यह योजना किसानों को अतिरिक्त आय का साधन प्रदान करने और पशुधन के रखरखाव को सुलभ बनाने के लिए एक सकारात्मक कदम है।

Uttar Pradesh News : मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने हरे चारे की बढ़ती जरूरतों को ध्यान में रखते हुए सभी जिलों में हरे चारे की खपत का आंकलन करने का निर्देश दिया है। इस योजना का उद्देश्य पशुपालकों को पर्याप्त मात्रा में हरा चारा उपलब्ध कराना और किसानों को अतिरिक्त आय के अवसर प्रदान करना है। CM योगी ने कहा कि हर जिले में हरे चारे की खपत की रिपोर्ट दी जाएगी। इसके बाद, मांग के अनुसार हरे चारे का उत्पादन करने के लिए एफपीओ और किसानों से संपर्क किया जाएगा। इसके साथ ही किसानों को हरे चारे का उत्पादन करने के लिए प्रोत्साहित करने के लिए उचित भुगतान भी दिया जाएगा।
किसानों की आय भी इससे बढ़ेगी
यूपी में गोवंश को अब पर्याप्त हरा चारा मिलेगा। किसानों की आय भी इससे बढ़ेगी। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने किसानों को गोवंश के लिए अधिक से अधिक हरे चारे की उपलब्धता के लिए प्रेरित करने और इसके लिए उचित मूल्य दिए जाने की जरूरत बताई। उन्होंने कहा कि किसानों को उत्साहित करने के लिए एक बैठक भी बुलाई जाएगी। गो आश्रय स्थानों पर सीसीटीवी सिस्टम लगाए जाएं।
चारा खरीदकर गोशालाओं को उपलब्ध कराया जाए
शनिवार को लखनऊ में अपने आवास पर अधिकारियों से एक बैठक में मुख्यमंत्री ने कहा कि किसानों से हरा चारा खरीदकर गोशालाओं को उपलब्ध कराया जाए, इससे किसानों की आय में भी वृद्धि होगी। कहा कि जिले में हरे चारे की कितनी मात्रा खपत की जाती है? इसके बाद, मांग के अनुसार हरे चारे का उत्पादन करने के लिए एफपीओ और किसानों से संपर्क किया जाएगा। इस दौरान किसानों को हरे चारे का उत्पादन करने के लिए प्रोत्साहित करने के साथ-साथ उचित दर भी दी जाएगी। इससे किसानों में हरे चारे के उत्पादन की रुचि बढ़ेगी। साथ ही उनकी आय भी बढ़ेगी।
CM ने अधिकारियों को भूसे और हरे चारे के लिए वेयरहाउस बनाने का आदेश दिया। उनका कहना था कि मकई, बरसीम, ज्वार, बाजरा और अन्य हरा चारा तीन से चार महीने चलता है। इस तरह एक वेयरहाउस बनाएं। उन्हें निर्देश दिए गए कि इसे जिलाधिकारी को सौंप दें, ताकि वह इसे देख सकें। मुख्यमंत्री ने गो आश्रय स्थलों में शत-प्रतिशत सीसीटीवी लगाने, सड़क किनारे स्थित गांवों में पशुपालकों के गोवंशों के गले में रेडियम पट्टी लगाने और ग्रीष्म और शीत ऋतु से बचाव के लिए पफ पैनल की उचित व्यवस्था करने के निर्देश भी दिए।