रायबरेली के इस गांव में लागु किया जाएगा शहर का नया सर्किल रेट
UP News : उत्तर प्रदेश के रायबरेली जिले में नए साल में सर्किल रेट बढ़ाने की तैयारी की जा रही है। ऐसा होता है तो यहां की प्रॉपर्टी के रेट में करीब 25 फीसदी तक का इजाफा हो सकता है। यानी नई संपत्ति खरीदने के लिए ज्यादा जेब ढीली करनी पड़ेगी।
Uttar Pradesh News : क्या आप भी उत्तर प्रदेश के रायबरेली में प्रॉपर्टी खरीदने का सपना देख रहे हैं या तैयारी की है। अगर जवाब हां है तो इसके लिए आपको ज्यादा कीमत अदा करनी पड़ सकती है। नए साल में रायबरेली जिला प्रशासन सर्किल रेट बढ़ाने की तैयारी कर रहा है। ऐसा होता है तो यहां की प्रॉपर्टी के रेट में करीब 25 फीसदी तक का इजाफा हो सकता है। यानी नई संपत्ति खरीदने के लिए ज्यादा जेब ढीली करनी पड़ेगी।
जिले में प्रस्तावित सूची जारी होने के बाद आई आपत्तियों के निस्तारण का काम पूरा हो गया है। शहर से सटे सलीमपुर सीकी गांव को नगर से हटाकर यहां ग्रामीण क्षेत्र का सर्किल रेट लागू करने की मांग खारिज कर दी गई है। नगर पालिका की रिपोर्ट आने के बाद संबंधित गांव में शहर का सर्किल रेट लागू करने का निर्णय लिया गया है। इसके अलावा सर्किट रेट कम किए जाने के संबंध में आठ अन्य गांवों से आई आपत्तियों को भी खारिज कर दिया गया है। डीएम के अनुमोदन के बाद जल्द ही नया सर्किल रेट लागू हो जाएगा।
बढ़ सकते हैं सर्किल रेट
जानकारी के मुताबिक 1 जनवरी से सर्किल रेट में बढ़ोतरी की जा सकती है। बता दें कि रायबरेली जिले को एससीआर (स्टेट कैपिटल रीजन) में शामिल किया गया है। ऐसे में यहां जमीन खरीदने और बेचने दोनों में बढ़ोतरी हुई है। पिछले कुछ समय के आंकड़े देखें तो सर्किल रेट से मार्केट रेट ज्यादा रहा है। इसी के चलते जिला प्रशासन ने सर्किल रेट को बढ़ाने की तैयारी की है।
शासन की मंशा पर इस बार 20 से 25 प्रतिशत तक सर्किल रेट बढ़ाने का प्रस्ताव है। नगरीय में 150, अर्ध नगरीय में 94 और ग्रामीण के 204 सर्किल क्षेत्रों में 20 से 25 प्रतिशत तक जमीन का रेट बढ़ाने का प्रस्ताव है। इस बार 25 गांवों को विकासशील क्षेत्र में शामिल किया गया है। प्रस्तावित सूची जारी करने के बाद आपत्तियां मांगी गई थीं।आपत्तियों के निस्तारण का काम पूरा हो गया है।
नगर पालिका क्षेत्र में शामिल सलीमपुर सीकी गांव को ग्रामीण क्षेत्र में शामिल किए जाने की मांग की गई थी, जिसे खारिज कर दिया गया है, क्योंकि संबंधित गांव के कुछ गाटा नगर पालिका क्षेत्र में ही हैं। इसके अलावा दाउदनगर, गढ़ी खास, किशुनपुर रामचंदर, भांव, चकनिजाम, उफरामऊ, धुन्नी सिंह नगर, डलमऊ के मधुकरपुर और महराजगंज के समसपुर हलोर में सर्किल रेट को किए जाने की मांग की गई। व्यावसायिक गतिविधियां अधिक होने के कारण आपत्तियों को खारिज कर दिया गया है। उप निबंधक सदर बृजेश पाठक ने बताया कि कार्यालय के स्तर से आपत्तियों के निस्तारण का काम पूरा हो चुका है। एडीएम और डीएम के अनुमोदन के बाद नया सर्किल रेट लागू होगा।
लोगों से मांगी गईं आपत्तियां
सर्किल रेट की प्रस्तावित दरों को भी तैयार कर लिया गया है। प्रशासन ने सर्किल रेट को लेकर लोगों से आपत्तियां मांगी हैं। इन आपत्तियों के निस्तारण के बाद नए सर्किल रेट को लागू किया जाएगा। माना जा रहा है कि नए साल यानी जनवरी से इनको लागू किया जा सकता है।