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राजस्थान के इन जिलों की किस्मत बदलेगा ये 350 किमी लंबा एक्सप्रेसवे, रेतीली राहें बनेगी सुगम

Rajasthan News : राजस्थान के रेतीले धोरों के बीच सफर जल्द ही सहूलियत भरा होने वाला है। इसके लिए प्रदेश की भजनलाल सरकार रेत के टील्लों के बिल्कुल बीचों बीच 350 किमी. लंबे एक्सप्रेसवे का निर्माण करने जा रही है। इस एक्सप्रेसवे को प्रदेश की राजधानी और ब्लू सिटी जोधपुर के बीच बनाया जाएगा। साथ ही इस हाइवे के जरिए राज्य के चार जिलों को लाभ मिलेगा।

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राजस्थान के इन जिलों की किस्मत बदलेगा ये 350 किमी लंबा एक्सप्रेसवे, रेतीली राहें बनेगी सुगम

Rajasthan News : सड़कों के मामले में अन्य राज्यों से पिछड़े राजस्थान की अब कायापलट होने की उम्मीद जगी है। प्रदेश की भजनलाल सरकार ने अपने पहले पूर्ण बजट में राजस्थान में पहली बार 9 ग्रीन फील्ड एक्सप्रेस वे बनाने का बड़ा ऐलान किया था। भजनलाल सरकार के इस ऐलान से राजस्थान में कारोबार और पर्यटन को पंख लगेंगे। भजनलाल सरकार इन नौ ग्रीन फील्ड एक्सप्रेसवे के लिए जल्द ही डीपीआर बनवाएगी। इसके लिए बजट में 30 करोड़ रुपये का प्रावधान रखा गया है। इनमें सबसे अहम है 350 किलोमीटर लंबा जयपुर-किशनगढ़-अजमेर-जोधपुर ग्रीन फील्ड एक्सप्रेसवे।

इन प्रोजेक्ट्स को मिली अनुमति 

प्रदेश में बनाए जाने वाले जयपुर-किशनगढ़-अजमेर-जोधपुर 350 किलोमीटर, कोटपूतली-किशनगढ़ 181 किमी, जयपुर-भीलवाड़ा 193 किमी, बीकानेर-कोटपूतली 295 किमी., ब्यावर-भरतपुर 342 किमी., जालोर-झलवाड़ा 402 किमी, अजमेर-बांसवाड़ा 358 किमी, जयपुर फलोदी 345 किमी और श्रीगंगानगर-कोटपूतली 290 किमी। घोषणा की गई थी। जिनमे शामिल जयपुर-जोधपुर एक्सप्रेसवे है । जिसकी हम बात करेंगे की यह सड़क मार्ग किन जिलों को फायदा पहुचाएगा और साथ ही इसे बनाकर कब तैयार कर लिया जाएगा।

सफर में होगी समय की बचत

राज्य में निर्माण होने वाले जयपुर-जोधपुर ग्रीनफील्ड एक्सप्रेसवे के जरिया प्रदेश के दो बड़े जिलों की आपसी कनेक्टिविटी बेहतर होगी। इस परियोजना की जल्द ही डीपीआर तैयार कर ली जाएगी । इस 350 किमी. लंबे एक्सप्रेसवे से 4 जिलों की जनता को काफी लाभ मिलेगा और साथ ही अन्य जिलों के लोगों भी सहूलियत भरे सफर का आनंद उठा सकेंगे । इतना ही नहीं बल्कि राजस्थान की राजधानी तक आसान कनेक्टिविटी होगी। यह एक्सप्रेसवे जयपुर रिंग रोड से शुरू होकर अमृतसर-जामनगर इकनॉमिक कॉरिडोर पर खत्म होगा। इस पर 100 से 120 किमी. प्रति घंटे की रफ्तार से वाहन दौड़ा सकेंगे।

यहा से होकर गुजरेगा मार्ग

जयपुर-जोधपुर राज्य के दो सबसे महत्वपूर्ण शहरों की श्रेणी में आते हैं। दोनों ही शहरों में तमाम ऐतिहासिक धरोहर मौजूद हैं, जिन्हें देखने के लिए देश और विदेश से पर्यटक पहुंचते हैं। ऐसे में एक नए सुगम और हाईटेक सड़क मार्ग के बनने से यातायात की समस्या कहीं हद तक खत्म होगी। साथ ही आपसी व्यापार भी मजबूत होगा। बेहतर सड़क मार्ग के होने से कम समय में माल की ढुलाई और डिलीवरी इत्यादि एक ही दिन के भीतर संभव होगी। इससे आर्थिक मजबूती भी मिलेगी। 350 किलोमीटर लंबा एक्सप्रेसवे जयपुर रिंग रोड बालावाला के नजदीक जुड़कर अमृतसर-जामनगर इकनॉमिक कॉरिडोर से जुड़ेगा। इससे जयपुर किशनगढ़ अजमेर और जोधपुर जिले आपस में कनेक्ट होंगे।

इतना आएगा खर्च 

11 हजार 492 करोड़ रुपये की लागत से दूदू, किशनगढ़, अजमेर होते हुए यह सड़क मार्ग जोधपुर तक पहुंचेगा। इसके बनने से जयपुर से जोधपुर की दूरी दो से ढाई घंटे कम हो जाएगी, जिससे लोगों का समय के साथ फ्यूल भी बचेगा। फिलहाल, इसकी डीपीआर तैयार होने के बाद 3184 हेक्टेयर जमीन अधिग्रहण का काम पूरा किया जाएगा, जिससे सड़क मार्ग किनारे बसे किसानों को आर्थिक तौर पर लाभ मिलेगा। साथ ही एक्सप्रेसवे किनारे उद्योग-धंधों में बढ़ोतरी होगी। इसमें मुख्य तौर पर रेस्टोरेंट, बाजार, वाहनों की बिक्री से जुडे शोरूम इत्यादि का व्यापार बढ़ेगा, जिससे सीधे तौर पर स्थानीय लोगों को रोजगार मिलेगा।

मार्बल नगरी किशनगढ़ को मिलेगा बूस्टअप

यह ग्रीनफील्ड एक्सप्रेसवे अजमेर के किशनगढ़ से निकलेगा। किशनगढ़ को मार्बल नगरी (ग्रेनाइट सिटी) के नाम से जाना जाता है। किशनगढ़ में न केवल मार्बल की खानें हैं बल्कि यहां मार्बल कटिंग का बड़ा बाजार है। किशनगढ़ से मार्बल लगभग देश के प्रत्येक कोने में जाता है। किशनगढ़ की मार्बल मंडी को इस ग्रीन फील्ड एक्सप्रेसवे वे जबर्दस्त फायदा मिलेगा। किशनगढ़ से ट्रोलों में ग्रेनाइट भरकर दूसरे राज्यों में जाने वाले भारी भरकम वाहनों के लिए यह ग्रीन फील्ड एक्सप्रेसवे उन्हें तो राहत पहुंचाएगा ही इसके साथ दूसरे मार्गों को इनसे राहत मिल सकेगी। बहरहाल मामला पहले चरण में है लेकिन अगर मूर्त रूप लेता है तो आमजन को भी बड़ी राहत मिलेगी