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किसानों को नई तकनीक सीखने के लिए विदेश भेजेगी सरकार, आप भी कर सकते है आवेदन

Rajasthan News :राजस्थान सरकार किसानो की आय बढ़ाने के लिए लगातार काम कर रही है। सरकार ने राजस्थान के किसानों को खेती की नई तकनीक सीखने के लिए विदेश भेजने की योजना बनाई है। जिससे किसान विदेश जाकर अत्याधुनिक तकनीकी से खेती करने और पशुपालन करने का प्रशिक्षण लेंगे। प्रदेश सरकार ने किसानों के लिए यह अहम कदम उठाया है।

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किसानों को नई तकनीक सीखने के लिए विदेश भेजेगी सरकार, आप भी कर सकते है आवेदन

The Chopal, Rajsthan News : राजस्थान की भजन लाल सरकार कम लागत में अधिक फसलों का उत्पादन करने पर जोर दे रही है। जिससे किसानों की आय में बढ़ोतरी हो सके। इसके लिए सरकार ने किसानों को नई-नई विधियों से परिचित कराने के लिए कई कार्यक्रम शुरू किए हैं। प्रदेश ने सरकार नई तकनीक का प्रयोग करके कम लागत में ज्यादा मुनाफा लेने के लिए राज्य के किसानों को विदेश की योजना बनाई है। इसके तहत किसान विदेश जाकर वहां की नई तकनीक से खेती और पशुपालन का प्रशिक्षण लेंगे। 

भजन लाल सरकार प्रदेश के 100 युवा किसानों को इस प्रशिक्षण कार्यक्रम के अंतर्गत विदेश में नई तकनीक सीखने के लिए भेजेगी। विदेश में खेती और पशुपालन की तकनीक का प्रशिक्षण लेकर ये प्रशिक्षित किसान अपने राज्य में वापस आकर यहां के किसानों को बताएंगे ताकि वे अधिक से अधिक खेती और पशुपालन में विदेशी तकनीक का इस्तेमाल कर सकें। युवा किसानों से राज्य सरकार के इस प्रशिक्षण कार्यक्रम में भाग लेने के लिए आवेदन मांगे गए हैं। किसान जो चाहते हैं, वे ऑनलाइन आवेदन कर सकते हैं। आवेदन करने की अंतिम तिथि 25 सितंबर 2024 है।

राजस्थान सरकार की बजट घोषणा 2024–25 के अनुसार, ज्ञान प्रशिक्षण कार्यक्रम शुरू करने का फैसला किया गया है। पहले चरण में, प्रगतिशील युवा किसानों को इस कार्यक्रम के तहत उन देशों में भेजा जाएगा जहां कृषि और पशुपालन क्षेत्र में नवाचार की जा रही है। उच्च तकनीक का इस्तेमाल करके वहां फसलों का उत्पादन कम जगह पर कम लागत पर किया जा रहा है। राज्य के किसान वहां से नवीन तकनीक सीखकर उसे अपने राज्य में लागू करेंगे, जिससे खेती समृद्ध होगी। इससे राज्य में किसानों की आय और उत्पादन दोनों में वृद्धि होगी।

यह किसान कर सकते हैं आवेदन

सामान्य किसान के पास कम से कम एक हैक्टेयर जमीन होनी चाहिए। वहीं, अनुसूचित, अनुसूचित जनजाति और महिला किसानों के पास 0.5 हैक्टेयर कृषि जमीन होनी चाहिए।
पिछले दस वर्षों से आवेदक किसान लगातार खेती कर रहा है।
कृषक संरक्षित खेती, सूक्ष्म सिंचाई, मल्चिंग, सौर ऊर्जा पंप, ड्रोन, फर्टिगेशन, ऑटोमेशन, कृषि पोंड, डिग्गी और अन्य नई कृषि तकनीकें अपना रहे हैं।
नॉलेज एन्हांसमेंट प्रोग्राम के पहले चरण में चुने गए 100 युवा किसानों में से 80 कृषि क्षेत्र में होंगे, जबकि 20 डेयरी और पशुपालन क्षेत्र में होंगे।
कृषि प्रशिक्षण के लिए आवेदन करने वाले किसान की उम्र 55 साल से कम होनी चाहिए।
किसान को वैध पासपोर्ट होना चाहिए।

डेयरी-पशुपालन वाले किसानो के लिए नियम व शर्त 

आवेदक किसान के पास 20 गाय-भैंस की डेयरी, 50 भेड़-बकरी या 20 ऊंट होना चाहिए।
आवेदक पिछले दस वर्षों से डेयरी या पशुपालन में काम कर चुका होना चाहिए।
पशुपालक डेयरी या पशुपालन में उच्च तकनीक का उपयोग कर रहे हों।
पशुपालक जिला या राज्य स्तरीय पुरस्कार के लिए चुना गया हो।
किसान को अपने क्षेत्र में प्रगतिशील पशुपालक माना जाएगा।

कैसे करें आवेदन 

राज्य सरकार द्वारा निर्धारित शर्तों को पूरा करने वाले युवा प्रगतिशील किसान 25 सितंबर 2024 तक राजकिसान सारथी पोर्टल पर ऑनलाइन आवेदन कर सकते हैं। वहीं आप किसान कृषि, उद्यान या पशुपालन विभाग से कार्यक्रम से संबंधित अधिक जानकारी ले सकते हैं।