CIBIL Score : EMI नहीं भरने के साथ साथ इन कारणों से खराब हो जाता है सिबिल स्कोर
Cibil Score tips : अक्सर छोटी-छोटी खर्चीली आदतें आपके सिबिल स्कोर को प्रभावित करती हैं। जैसे EMI का भुगतान समय पर नहीं करना, जो सिबिल स्कोर पर बुरा असर डालता है लेकिन सिर्फ यही नहीं, कुछ और कारण भी हैं जो आपके सिबिल स्कोर को कम कर सकते हैं। आपके सिबिल स्कोर में गिरावट के कारणों को नजरअंदाज करना आपके लिए भविष्य में कई वित्तीय समस्याओं को जन्म दे सकता है। आइये जानते हैं किन कारणों से सिबिल स्कोर खराब होता है और इसे कैसे सुधार सकते हैं।

The Chopal, Cibil Score tips : बहुत से लोग मानते हैं कि सिबिल स्कोर के लिए बस लोन या उधारी का भुगतान करना चाहिए। हालाँकि, लोन रिपेमेंट के इतिहास के अलावा सिबिल स्कोर को कई अन्य कारकों से प्रभावित किया जाता है। यह केवल लोन की EMI नियमों को भूलने से खराब नहीं है।
यह गिरने के और भी कई कारण हैं, जिन्हें समय रहते दूर करना बेहद महत्वपूर्ण है। क्योंकि यह जल्दी से ठीक नहीं हो सकता अगर यह गिर गया। सिबिल स्कोर को सुधारने में बहुत कम समय लगता है। इसलिए, सिबिल स्कोर गिरने के कारणों को समझना महत्वपूर्ण है ताकि स्कोर को बेहतर बनाया जा सके।
सिबिल स्कोर की जरूरत और महत्व
क्रेडिट रेटिंग (ऋण की क्रेडिट रेटिंग) बिल भरने की आदत, क्रेडिट कार्ड का उपयोग और अन्य वित्तीय कार्यों पर पड़ता है। हम इन सभी बातों पर ध्यान दें और अच्छी आदतें अपनाएं, तो हमारा क्रेडिट स्कोर बेहतर हो सकता है और भविष्य में आसान लोन मिल सकता है। इसके विपरीत, इन बातों को अनदेखा करना सिबिल स्कोर को खराब करेगा।
किसी वित्तीय संस्था से लोन लेने से पहले वे आपकी वित्तीय स्थिति, यानी सिबिल स्कोर, का मूल्यांकन करते हैं। संस्थान आपको उधारी देने में हिचकिचाते हैं अगर आपकी स्थिति अच्छी नहीं है, यानी कम योग्यता है। अगर मिलता भी है तो आपको अधिक शुल्क देना होगा। यही कारण है कि वित्तीय विशेषज्ञ आपको अपनी हालत सुधारने की सलाह देते हैं। आप अपनी स्थिति को बेहतर बनाने के लिए कुछ आसान तरीके अपना सकते हैं। लेकिन सिबिल स्कोर खराब होने के कारण भी ध्यान रखना चाहिए।
इस तरह से सिबिल स्कोर प्रभावित होता है—
ऋण चुकता करना आपकी वित्तीय स्थिति (CIBIL score rules) का आंकलन नहीं है। आपकी विश्वसनीयता पर कई और कारकों का असर होता है। समय पर सभी बिलों का भुगतान करना भी इसमें शामिल है। यदि आप अपने कार्ड और अन्य भुगतानों को सही समय पर अदा करते हैं, तो यह आपके वित्तीय रिकॉर्ड को मजबूत बनाता है. ये भुगतान नियम कहलाते हैं। ताकि आपकी आर्थिक स्थिति पर सकारात्मक असर पड़े और भविष्य में किसी तरह की परेशानी का सामना न करना पड़े, आपको हर भुगतान पर ध्यान देना चाहिए, न सिर्फ लोन।
सावधानी से क्रेडिट कार्ड का इस्तेमाल करें—
आपका वित्तीय मूल्यांकन खर्च और कार्ड की सीमा से प्रभावित होता है। जब आप अधिक धन खर्च करते हैं, तो आपका क्रेडिट यूटिलाइजेशन रेश्यो बढ़ जाता है। तो यह आपकी स्थिति पर असर डाल सकता है क्योंकि यह आपकी कुल सीमा का एक बड़ा हिस्सा है। यह विशेष रूप से आवश्यक है जब आप अपने कार्ड का उपयोग करते हैं। यदि आपने आधे तक की सीमा का उपयोग किया है, तो आप अधिक खर्च कर रहे हैं। यह आपकी आर्थिक स्थिति को दिखाता है और आपके भविष्य पर असर डाल सकता है।
इससे अधिक क्रेडिट यूटिलाइजेशन रेश्यो न हो
कभी-कभी हम जरूरत से अधिक कार्ड का उपयोग करते हैं। लेकिन आपकी खर्च करने की क्षमता ३० प्रतिशत से अधिक नहीं होनी चाहिए (Credit Card का उपयोग करके)। यदि आप लगातार अधिक खर्च करते हैं, तो आपकी आय सीमित है और आपको अपनी आवश्यकताओं को पूरा करने के लिए उधार लेना पड़ेगा। इस परिस्थिति से आपकी वित्तीय स्थिति पर नकारात्मक असर पड़ सकता है और आपकी विश्वसनीयता को कम कर सकता है। यही कारण है कि ठीक से खर्च करना और अपनी सीमा में रहना महत्वपूर्ण है।
लोन के प्रकार से सिबिल स्कोर प्रभावित होता है—
आपके बैंक खाते को सही बनाए रखने के लिए आपको सही कर्ज लेना चाहिए। जब आप सिक्योर्ड और अनसिक्योर्ड लोन (Secured and Unsecured loan) जैसे किसी प्रकार की उधारी लेते हैं, तो उसकी सीमा और प्रकार से आपके सिबिल स्कोर पर असर पड़ता है। बिना सुरक्षा के कर्ज लेने से आपकी स्थिति कमजोर हो सकती है, जिससे आपका मूल्यांकन कम हो सकता है। अगर आपने सुरक्षित कर्ज लिया है और दोनों को सही ढंग से संतुलित रखा है, तो आपकी स्थिति बेहतर रहती है और आपकी वित्तीय स्थिति सुधरती है।
सिबिल स्कोर लोन सेटलमेंट को प्रभावित करता है
जब लोग अपनी उधारी का सही भुगतान नहीं कर पाते, तो वे समझौते करते हैं। लेकिन इस प्रक्रिया का प्रभाव आपके वित्तीय रिकॉर्ड (loan settlement effect on Cibil Score) पर दिखाई देता है। यह आपके लेन-देन के इतिहास पर असर डालता है और आपको बताता है कि आप अपने कर्ज को समय पर नहीं चुका पाए हैं। इसलिए, कोई भी बैंक आपको ऋण देने से पहले दोबारा सोच सकता है। इसलिए ऐसी स्थिति से बचना और समय पर भुगतान करना जरूरी है।
सिबिल स्कोर हार्ड इन्कवायरी है
ऋण या वित्तीय सहायता के लिए लगातार आवेदन करना आपकी वित्तीय रिपोर्ट पर असर डाल सकता है। जब आप किसी सेवा का लाभ उठाने की कोशिश करते हैं, तो संस्थान को आपकी क्रेडिट जानकारी मिलती है। इस प्रक्रिया में आपकी क्रेडिट जानकारी की कठिन जांच होती है, यानी कठिन पूछताछ करने के लिए सिबिल स्कोर। अगर ऐसा बार-बार होता है, तो यह आपकी रिपोर्ट को खराब कर सकता है। ज्यादा आवेदन करने से आपकी स्थिति कमजोर हो सकती है और आपकी क्रेडिट रेटिंग गिर सकती है। यही कारण है कि बार-बार आवेदन करने से बचना चाहिए।