FD for Women: पत्नी के नाम FD से कराने पर मिलेंगे तगड़े फायदे, बहुत से लोग नहीं जानते
FD On Wife's Name: आज के समय मैं निवेश को लेकर हर किसी के मन में चिंता बनी रहती है. मौजूदा डिजिटल जमाने में लोग बहुत सारे तरीको से निवेश करते हैं. आज के समय में बहुत सारे लोग FD में ज्यादा निवेश करते हैं. बेहतर रिटर्न पाने का यह एक लोकप्रिय जरिया अब बन चुका है. लेकिन क्या आपको मालूम है कि खुद की बजाय अपनी पत्नी के नाम एफडी करवाने से आपको अनेकों प्रकार के लाभ मिलते है.

Fixed Deposit : निवेश को लेकर लोग हमेशा से सजग रहे हैं, और अब FD (Fixed Deposit) जैसी पारंपरिक योजनाओं को भी स्मार्ट तरीकों से इस्तेमाल करने लगे हैं। बहुत कम लोग जानते हैं कि अगर आप अपनी पत्नी के नाम FD करवाते हैं, तो यह सिर्फ टैक्स बचत ही नहीं, बल्कि परिवार की वित्तीय सुरक्षा के लिहाज़ से भी बेहद फायदेमंद हो सकता है।
आजकल बहुत से लोगों ने एफडी में निवेश किया है। अब आप खुद के बजाय पत्नी के नाम एफडी करके अधिक लाभ (FD) ले सकते हैं। इसके बारे में अधिकांश लोग अनजान हैं। आइए जानते हैं कि पत्नी का नाम FD (FD on wife's name) कराने के क्या लाभ हैं। वर्तमान में एफडी (Fixed Deposit) में निवेश करने वाले लोगों को अच्छा रिटर्न मिलता है, लेकिन थोड़ी सी बुद्धिमत्ता और प्रयास से इसे दोगुना किया जा सकता है। आप खुद के बजाय पत्नी के नाम पर एक निर्धारित निधि कराकर गारंटिड रिटर्न के रूप में अधिक लाभ प्राप्त कर सकते हैं। एफडी में इस तरह का निवेश करने से अधिकांश लोग अनजान हैं और सिर्फ खुद के नाम पर निवेश करते हैं। जबकि पत्नी का नाम एफडी कराकर कई टैक्सों से बच सकते हैं।
टीडीएस भुगतान नहीं करना पड़ेगा
फिक्स्ड डिपॉजिट को लोग बेहतर रिटर्न का विकल्प मानते हैं, लेकिन निवेशक को FD पर मिलने वाले ब्याज पर टीडीएस देना पड़ता है। एफडी से मिलने वाले ब्याज को कुल सालाना आय से जोड़ा जाता है। इसलिए इस पर टैक्स देना होगा। यदि आप अपनी पत्नी के नाम से FD करते हैं, तो आप टैक्स पर FD भुगतान से बच सकते हैं और इस धन को बचत के रूप में अपने पास रख सकते हैं।
हाउसवाइफ को कोई टैक्स नहीं देना पड़ता
आप खुद के बजाय अपनी पत्नी के नाम पर एफडी कराएंगे, तो आपको कई लाभ मिलेंगे। जैसा कि आप जानते हैं, अधिकांश महिलाएं घरेलू काम करती हैं या लोअर टैक्स ब्रैकेट में आती हैं। हाउसवाइफ को कोई कमाई नहीं होने के कारण उसे FD Return Tax भी नहीं देना होगा। ऐसे में आप पत्नी के नाम एफडी कराकर टीडीएस का भुगतान नहीं करना छुटकारा पान चाहेंगे।
यदि पत्नी फर्स्ट होल्डर है तो उसे यह टैक्स नहीं देना होगा।
यदि किसी व्यक्ति को एक वित्त वर्ष में 40,000 रुपये से अधिक का ब्याज मिलता है, तो उसे TDS (TDS rules on FD) देना ही होगा। 10 प्रतिशत टीडीएस भुगतान करना होगा। इसलिए पत्नी का नाम FD होने से कम आय वाले लोगों को फॉर्म 15G भरकर टीडीएस (TDS ke niyam) के भुगतान से बचाया जा सकता है। पत्नी के साथ जॉइंट एफडी (joint FD) कराने पर भी टीडीएस भुगतान से बच सकते हैं, लेकिन वह पहले होल्डर होनी चाहिए।