Home Loan वालों की कम हो जाएगी EMI, पढ़िए पूरी कैलकुलेशन
Home Loan Rules :घर लोन की राशि बहुत बड़ी है। होम लोन लेने वाले लोगों के लिए एक अच्छी खबर है: वे लोन को पूरा चुकता करने तक चिंतित रहते हैं। अगर आप भी होम लोन ले रहे हैं तो अब आपकी ईएमआई कम हो जाएगी। याद रखें कि भारतीय रिजर्व बैंक ने हाल ही में रेपो रेट में 0.25 प्रतिशत का बेसिस प्वांइट घटाया है, जो पांच साल बाद होम लोन लेने वाले ग्राहकों पर बुरा प्रभाव डालने वाला है।

The Chopal, Home Loan Rules : आरबीआई ने रेपो रेट में कमी करके होम लोन लेने वाले ग्राहकों को बड़ी राहत दी है। 2020 में रेपो रेट घट गया था, लेकिन 2023 में बढ़ौतरी देखने को मिली। आरबीआई ने अब रेपो रेट को 0.25 प्रतिशत घटाकर 6.25 रह गया है। नए लोन लेने वाले और फ्लोटिंग रेट्स पर होम लोन ले चुके लोग अब ब्याज दरों में कमी से बड़ी बचत कर सकेंगे। अब होम लोन EMI का केलकुलेशन करें।
EMI का प्रभाव -
रेपो रेट में कमी से व्यक्ति की ईएमआई पर कोई असर नहीं पड़ता, लेकिन लोन की अवधि कम हो जाती है, जिसका लाभ ग्राहकों को मिलता है क्योंकि ब्याज दर कम हो जाती है। आरबीआई (RBI) के इस निर्णय से दूसरे बैंक भी लोन पर ब्याज दरों को कम कर सकते हैं। Repo Rate Cut (RBI) घटने से लोगों को सस्ता लोन मिलेगा और जीडीपी ग्रोथ में मदद मिलेगी।
फ्लोटिंग रेट पर लोन लेने वाले ग्राहकों को इसका फायदा मिलेगा। फ्लॉटिंग रेट वाले ग्राहकों की ही ईएमआई कम हो सकती है। फिक्स्ड रेट पर लोन लेने वाले ग्राहकों को बेनेफिट नहीं मिलेगा, क्योंकि रेपो रेट EMI पर घटेगा।
कम रेपो रेट जीडीपी वृद्धि में लाभकारी
रेपो रेट घटाने से रियल एस्टेट बाजार सबसे अधिक लाभ उठाएगा। इससे रियल एस्टेट क्षेत्र एक विशान बन जाएगा, जिससे अधिक से अधिक लोग घर खरीदेंगे और प्रॉपर्टी में निवेश करेंगे। विशेषज्ञों का कहना है कि बैंकों और हाउसिंग फाइनेंस कंपनियों को इन लाभों को अपनी पॉलिसी और रेट साइकल के अनुसार ग्राहकों तक पहुंचाने में समय लग सकता है।
साथ ही, वित्त वर्ष 2025–26 के दौरान जीडीपी (GDP) वृद्धि की भी आशा है। वास्तव में, जीडीपी आर्थिक परिस्थितियों, जलवायु परिवर्तन और देशव्यापी आवश्यकताओं पर निर्भर है और इसके अनुसार इसमें बढ़ौतरी होगी।
ईएमआई कैलकुलेशन कैसा होगा?
अगर आप 30 साल के लिए 50 लाख रुपये का होम लोन फ्लोटिंग रेट पर लिया हुआ है, जो 8.75% है ऐसे में आपके लोन की मासिक ईएमआई (EMI) 39,335 रुपये होगी, लेकिन रेपो रेट कम होने पर आपकी ब्याज दर (Kitni Ho Gyi Repo Rate) में कटौती हो सकती है, जो 8.5% पर आ सकती है. इससे आपकी मासिक ईएमआई (EMI) 38,446 रुपये रह जाएगी।
इससे आपको ब्याज में कुछ छूट मिलती है। RBI की रिपो रेट (25%) घटने के बाद आपकी लोन की दर 9.30 प्रतिशत हो जाएगी अगर आपने यह लोन 9.55 प्रतिशत पर लिया था। बाद में EMI 25 प्रतिशत घटकर 42,225 रुपये पर आ जाएगा। इससे बहुत राहत मिल सकती है।