Income Tax : अकाउंट इससे अधिक पैसा जमा करना खड़ी कर देगा मुसीबत, इनकम टैक्स का नोटिस आते नहीं लगेगा टाइम
Income Tax : आज देश में हर व्यक्ति बैंकिंग क्षेत्र से जुड़ा हुआ है। बैंक में लगभग हर कोई अकाउंट है, लेकिन कुछ लोगों को बैंकिंग नियमों का पता नहीं है। आयकर के कई नियम आपके बैंक अकाउंट से भी जुड़े हुए हैं। आइए जानें कि बैंक अकाउंट में कितने रुपये जमा कराए जा सकते हैं और इसके नियम क्या हैं।

The Chopal, Income Tax : बैंक खाते में भुगतान करने के लिए कई नियम हैं। बैंक खाते और आयकर के संबंध में भी नियम बने हुए हैं। बैंक खाते में पैसे जमा करने और निकालने के लिए भी नियम बने हुए हैं। यदि कोई गड़बड़ी होती है, तो आपको आयकर विभाग द्वारा जांच की जा सकती है।
जमा खाते में सीमा निर्धारित
आयकर अधिनियम 2025 के अनुसार आयकर टैक्स में धन जमा करने के लिए एक लिमिट है। जमा पर यह सीमा है। इस नियम से बहुत कम लोग परिचित हैं। नकद लेनदेन को नियंत्रित करने के लिए यह नियम बनाया गया है।
नियम क्यों बनाया गया?
आयकर विभाग का यह कानून मनी लॉन्ड्रिंग, टैक्स चोरी और अन्य गैरकानूनी कार्यों को रोका जाना चाहिए। इससे देश में टैक्स चोरी और धन का दुरुपयोग कम होगा। आयकर के इन नियमों को जानें।
निकासी के नियम
आयकर अधिनियम की धारा 194 N में आयकर टैक्स डिडक्टेड एट सोर्स (TDS) का नियम है। एक करोड़ से अधिक धन निकालने पर दो प्रतिशत टीडीएस कटेगा।
याद रखें कि जिन लोगों ने पिछले तीन साल से आयकर रिटर्न (ITR) नहीं भरा है, उनके लिए 20 लाख रुपये से अधिक की निकासी पर 2% टीडीएस और एक करोड़ रुपये से अधिक की निकासी पर 5% टीडीएस लागू होगा। ITR दाखिल करते समय इसका उपयोग किया जा सकता है।
नकद लेनदेन पर दंड
आयकर के सेक्शन 269एसटी के अनुसार, एक वर्ष या एक ट्रांजेक्शन में दो लाख रुपये या उससे अधिक नकदी स्वीकार करने पर जुर्माना लगाया जाएगा। जबकि बैंक से नकद निकासी पर यह जुर्माना लागू नहीं होता है। निकासी की सीमा निर्धारित करने पर टीडीएस काट सकते हैं।
नकद लोन पर जुर्माना देना पड़ सकता है
269SS और 269T आयकर में नकद लोन से संबंधित हैं। यदि कोई व्यक्ति 20,000 रुपये से अधिक का नकद लोन लेता या चुकाता है, तो उसे उतनी ही रकम का जुर्माना लग सकता है। आयकर के नियमों को जानना इनको समझने के लिए आवश्यक है।
सोर्स नहीं बताना होगा
आयकर विभाग सेक्शन 68 के अनुसार नोटिस जारी कर सकता है अगर किसी व्यक्ति ने अपनी आय का स्रोत नहीं बताया है। अनियमित आय पर ६० प्रतिशत कर लग सकता है। वहीं 25 प्रतिशत सरचार्ज और 4 प्रतिशत सेस लगेगा। यानी कुल मिलाका टैक्स लगेगा।
नकद जमा करना पड़ेगा
सेविंग अकाउंट का कहना है कि 10 लाख रुपये ही जमा कर सकते हैं। 50 लाख रुपये से अधिक की नकदी इसी तरह करंट अकाउंट में नहीं हो सकती। जमा अधिक होने पर बैंक इनकम टैक्स विभाग को सूचित करता है।
नियमों का पालन नहीं करने पर जुर्माना लगता है, लेकिन इस रकम पर सीधे टैक्स नहीं लगता। सोर्स नहीं बताने पर दंड लग सकता है। आप आयकर में अनलिमिटेड पैसा जमा कर सकते हैं अगर आने सोर्स बताया है।