Delhi NCR की प्रॉपर्टी रफ्तार रुकने का नहीं ले रही नाम, जमीन की कीमतों में 450 फीसदी तक उछाल
Delhi NCR Property Rates : दिल्ली एनसीआर अब कई मायनों में अपनी विशेष जगह रखती है। यहां पर बढ़ती आधुनिक सुविधाएं जमीन की कीमतों को बढ़ाने का एक बड़ा कारण हैं। कुछ स्थानों पर संपत्ति इतनी महंगी हो गई है कि जमीन की कीमतें 450 प्रतिशत तक बढ़ गई हैं। हम जानते हैं कि दिल्ली एनसीआर (Delhi NCR) में संपत्ति की कीमतें कहाँ सबसे अधिक बढ़ी हैं।

The Chopal, Delhi NCR Property Rates : दिल्ली और आसपास के क्षेत्रों में घर खरीदना आम आदमी के लिए सपने की बात हो गई है। यहां पर प्रोपर्टी रेट हर दिन बढ़ रहे हैं। साथ ही कुछ विशिष्ट स्थानों में संपत्ति की कीमतें पिछले कुछ दिनों में पूरी तरह से उछली हैं।
यहां प्रोपर्टी में निवेश करने वालों की संख्या लगातार बढ़ती जा रही है, क्योंकि निवेशकों को अच्छा रिटर्न मिलता है। यह क्षेत्र अपनी विशिष्ट सुविधाओं के लिए प्रसिद्ध है, इसलिए प्रोपर्टी के रेट पहले की तुलना में 450 प्रतिशत तक बढ़ गए हैं।
इस क्षेत्र में सबसे अधिक प्रोपर्टी रेट-
Delhi NCR के कुछ इलाकों में 2-3 BHK फ्लैट और प्लाट की कीमतें सातवें आसमान पर हैं। नोएडा और गुरुग्राम, दिल्ली एनसीआर के क्षेत्रों में संपत्ति की कीमतें सबसे अधिक हैं और लगातार बढ़ रही हैं। नोएडा में, 2020 के बाद यमुना एक्सप्रेसवे से जुड़े फ्लैटों की कीमतें 170 प्रतिशत तक बढ़ गई हैं। यहां पर जमीन की कीमतें 450 प्रतिशत गिर गई हैं।
कोरोना काल में भी दरें नहीं घटी:
कोरोनावायरस महामारी के दौरान, 2020 में पूरे देश में आर्थिक गतिविधियों में सुधार हुआ। 2021 से बड़े शहर में संपत्ति में बढ़ती रुचि ने रियल एस्टेट को ही चमकाया। कोरोना काल में, नोएडा और यमुना एक्सप्रेसवे के आसपास संपत्ति की कीमतें भी बढ़ गईं।
कोरोना काल में दिल्ली और NCR में अपार्टमेंट की कीमतें भी कम नहीं थीं. जमीन की कीमतें 1,250 से 1,300 रुपये प्रति वर्ग फुट थीं, और अपार्टमेंट की कीमतें 3,200 से 3,300 रुपये प्रति वर्ग फुट थीं।
साल दर साल प्रोपर्टी में बूम आया-
जैसे-जैसे कोरोना वायरस का प्रकोप खत्म हो गया, देश में हालात बदल गए और हर बाजार बूस्ट करने लगा। 2021 के बाद, यमुना एक्सप्रेसवे के किनारे अपार्टमेंट 3,400 से 3,600 रुपये प्रति वर्ग फुट तक बढ़ गए। इतना ही नहीं, जमीन की कीमतों में भी भारी गिरावट हुई।
Yamuna Expressway पर जमीन की कीमत 2200 रुपये प्रति वर्ग फुट तक पहुंच गई। 2022 में, यह दर तुरंत 3,800 रुपये प्रति वर्ग फुट हो गई। भूमि का वर्ग फुट भी 3,600 रुपये हो गया।
2-3 बेडरूम घरों की कीमतें आसमान छू रही हैं—
कोरोना के दो साल बाद, 2023 में यमुना एक्सप्रेसवे के किनारे अपार्टमेंट की कीमतें 5,100 रुपये प्रति वर्ग फुट हो गईं। जमीन का रेट 6,100 रुपये प्रति वर्ग फुट होने से संपत्ति की बिक्री तेजी से बढ़ी। यह भी कारण था कि यहाँ जेवर हवाई अड्डा का निर्माण हुआ था और दिल्ली-मुंबई औद्योगिक गलियारे का निर्माण हुआ था, जो इस क्षेत्र को कई राज्यों से जोड़ता था। यहां पर कई आधुनिक सुविधाएं बढ़ गईं, जिनमें शिक्षा और स्वास्थ्य हब भी शामिल हैं।
पिछले एक वर्ष में संपत्ति रेट में बढ़ौतरी-
यमुना एक्सप्रेसवे के किनारे संपत्ति, फ्लैट और जमीन की कीमतों ने 2024 में रिकॉर्ड तोड़ दिए।
वर्तमान में यहां एक अपार्टमेंट का वर्ग फुट 8,100 रुपये है। भूमि की कीमत 7,100 रुपये प्रति वर्ग फुट है। कोरोना के बाद केवल पांच साल में अपार्टमेंट और जमीन की कीमतों में 170 प्रतिशत और 450 प्रतिशत की बढ़ौतरी हुई है।