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किराए पर प्रॉपर्टी देने से पहले 4 बार सोचें! वरना बढ़ जाएगी दिक्कत, दिल्ली मामला मकान मालिकों के लिए सबक

Rent Agreement Tips : मकान मालिक को अपना घर या दुकान इत्यादि प्रॉपर्टी किराए पर देने से पहले 4 बार सोचना चाहिए। अगर ऐसा नहीं किया तो मकान मालिक को जेल जाना पड़ सकता है। इसका कारण यह है कि दिल्ली हाईकोर्ट ने ओल्ड राजेंद्र नगर में एक कोचिंग सेंटर के बेसमेंट में पानी भरने से तीन विद्यार्थियों की मौत के मामले में बेसमेंट के मालिकों को दोषी ठहराया है।
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किराए पर प्रॉपर्टी देने से पहले 4 बार सोचें! वरना बढ़ जाएगी दिक्कत, दिल्ली मामला मकान मालिकों के लिए सबक

Property Update : मकान मालिक को अपना घर या दुकान इत्यादि प्रॉपर्टी किराए पर देने से पहले 4 बार सोचना चाहिए। अगर ऐसा नहीं किया तो मकान मालिक को जेल जाना पड़ सकता है। इसका कारण यह है कि दिल्ली हाईकोर्ट ने ओल्ड राजेंद्र नगर में एक कोचिंग सेंटर के बेसमेंट में पानी भरने से तीन विद्यार्थियों की मौत के मामले में बेसमेंट के मालिकों को दोषी ठहराया है। बेसमेंट के मालिक की जमानत याचिका पर कोर्ट ने जवाब मांगा है। इस घटना के बाद, बेसमेंट के सह-मालिकों को न्यायिक हिरासत में लिया गया हैं। दिल्ली हाईकोर्ट के जस्टिस दिनेश कुमार शर्मा ने बेसमेंट के सह-मालिकों परविंदर सिंह, तजिंदर सिंह, हरविंदर सिंह और सरबजीत सिंह की जमानत याचिकाओं पर एजेंसी को नोटिस भेजा है।

हाईकोर्ट ने दी, इस मामले पर प्रतिक्रिया

बेसमेंट मालिकों के वकील ने बताया कि उन्हें छात्रों की मौत के लिए जिम्मेदार नहीं ठहराया जा सकता क्योंकि उनके मुवक्किल ने बेसमेंट और फ्लोर कोचिंग सेंटर को लीज पर दे रखा था। वकील की इन बातों को सुनकर हाईकोर्ट ने बताया कि माता-पिता अपने बच्चों को पढ़ने के लिए कोचिंग सेंटर में भेजते हैं। जिसके लिए मकान मालिकों को अपनी प्रॉपर्टी किराए पर देने से पहले 4 बार विचार करना चाहिए। दिल्ली में हुए हादसे से देश भर के मकान मालिकों को एक सीख मिली है कि हमेशा घर या दुकान किराये पर देने से पहले कुछ महत्वपूर्ण बातों का ध्यान रखना चाहिए।

मकान मालिक को रखना होगा, इन बातों का ध्यान

  • अगर मकान मालिक अपनी किसी भी प्रॉपर्टी को किराए पर देते हैं तो उन्हें इस बात का पता होना चाहिए कि यह प्रॉपर्टी किस उद्देश्य से ली गई है।
  • इस बात का यह मतलब निकलता है कि लोग अक्सर प्रॉपर्टी खरीदने तो किसी और काम के लिए है, मगर बाद में यह लोग नियमों को तोड़कर गलत काम करने लगते हैं।
  • मकान मलिक को हमेशा इस तरह की गलत घटनाओं से बचने के लिए किराएदार की पुलिस वेरिफिकेशन करवानी चाहिए।
  • मकान मालिक द्वारा बनाए गए रेंट एग्रीमेंट में किराये की राशि, देय तिथि और भुगतान न करने के परिणाम शामिल होते है, इसकी मदद से आगे चलकर मकान मालिक को किसी प्रकार की परेशानी का सामना नहीं करना पड़ता।

 

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