Personal Loan की EMI नहीं भर पा रहे, अपनाएं ये स्मार्ट तरीके और परेशानी से बचें

The Chopal: अगर अचानक आपकी नौकरी चली गई हो, कारोबार बंद हो गया हो या किसी और वजह से आप EMI नहीं चुका पा रहे हैं, तो घबराने की जरूरत नहीं है। सबसे पहले अपने बैंक से संपर्क करें और उन्हें अपनी आर्थिक स्थिति के बारे में बताएं। बैंक आपकी मदद के लिए कुछ विकल्प दे सकता है, जैसे कि – EMI की राशि कुछ समय के लिए कम करना, लोन को दोबारा से प्लान (रिस्ट्रक्चर) करना, कुछ महीनों की मोहलत (छूट) देना। थोड़ी समझदारी और सही कदम उठाकर आप इस मुश्किल समय से आसानी से निकल सकते हैं।
यह बात याद रखना जरूरी है कि एक लोन चुकाने के लिए अगर आप दूसरा लोन लेते हैं, तो आप कर्ज के जाल में फंस सकते हैं। इसलिए ऐसा करने से बचना चाहिए। अब सवाल ये है कि अगर आप लोन की किस्त (EMI) नहीं चुका पा रहे हैं, तो क्या करें? आइए जानते हैं:
सबसे पहले बैंक से बात करें
अगर किसी वजह से आप लोन की EMI नहीं भर पा रहे हैं, तो घबराएं नहीं। सबसे पहले अपने बैंक या एनबीएफसी (जहां से आपने लोन लिया है) से सीधे संपर्क करें। आप ईमेल भेज सकते हैं या बैंक की शाखा में जाकर लोन विभाग के अधिकारी से मिल सकते हैं। उन्हें अपनी मौजूदा स्थिति के बारे में साफ-साफ बताएं और कुछ समय के लिए EMI में राहत (छूट) देने की बात करें। उदाहरण के लिए, आप कह सकते हैं कि आप अगले 3 महीने तक EMI नहीं भर पाएंगे। बैंक आपकी स्थिति की जांच करेगा और फिर तय करेगा कि आपको राहत दी जा सकती है या नहीं। हो सकता है बैंक आपको आपकी बताई गई अवधि की जगह कम समय दे, लेकिन कुछ मदद जरूर कर सकता है।
अगर आपने 5 साल के लिए 5 लाख रुपये का लोन लिया था और 3 साल तक समय पर EMI चुकाई है, लेकिन अब आर्थिक परेशानी में हैं, तो बैंक आपकी लोन की अवधि बढ़ा सकता है। इससे हर महीने की EMI थोड़ी कम हो जाएगी, जिससे आपको राहत मिल सकती है।
बैलेंस ट्रांसफर (Balance Transfer) कराएं
कई बैंक आपको ये सुविधा देते हैं कि आप अपना लोन एक बैंक से दूसरे बैंक में ट्रांसफर कर सकते हैं। इसे बैलेंस ट्रांसफर कहते हैं। इसमें नया बैंक आपको एक नया लोन देता है, जिससे आप पुराना लोन चुका सकते हैं। इसके अलावा आपको कुछ अतिरिक्त पैसे भी मिल सकते हैं, जो आपकी आर्थिक स्थिति सुधारने में मदद कर सकते हैं। कुछ बैंक कम ब्याज दर पर लोन देते हैं, जो आपके लिए फायदेमंद हो सकता है। बैलेंस ट्रांसफर लोन और क्रेडिट कार्ड के बकाया पर भी किया जा सकता है। लेकिन ध्यान रखें कि कुछ बैंक NBFC (गैर-बैंकिंग वित्तीय संस्थाओं) से लिए गए लोन को बैलेंस ट्रांसफर में शामिल नहीं करते।
लोन सेटलमेंट कराएं (One-Time Settlement)
अगर आप बार-बार बैंक से बात करने के बाद भी EMI नहीं भर पा रहे हैं, तो बैंक आपको वन टाइम सेटलमेंट (OTS) का विकल्प दे सकता है। इसमें बैंक आपसे 10% से 50% तक की रकम एक बार में ले सकता है और बाकी लोन की रकम माफ कर देता है। आमतौर पर, बैंक सेटलमेंट की रकम चुकाने के लिए 1 हफ्ते का समय देते हैं।