Rampur: उत्तर प्रदेश के क्रय केंद्रों पर शुरू हुई धान और बाजरे की खरीद, 120 केंद्र बनाए गए
Uttar Pradseh News : उत्तर प्रदेश में किसानों को लेकर अच्छी खबर सामने आई है। उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ की अध्यक्षता में जानू के लिए और फैसला लिया गया है। उत्तर प्रदेश में योगी सरकार ने मोटे अनाज ज्वार, बाजरा और मक्का करें नीति को स्वीकृति दे दी है।यूपी के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ की अध्यक्षता में हुई कैबिनेट बैठक में कृषि और ग्रामीण विकास सहित अन्य विभागों के 25 प्रस्तावों को मंजूरी दी गई।
UP Agri Project को मंत्रिमंडल की मंजूरी
राज्य सरकार ने बताया कि UP Agri Project को मंत्रिमंडल की मंजूरी के अलावा मक्का, ज्वार और बाजरा की क्रय नीति भी मिली है। इसके अलावा, कैबिनेट ने सोनभद्र में एक सिंचाई परियोजना का प्रस्ताव भी मंजूर किया है। वहीं, योगी कैबिनेट ने MSME विभाग से मुख्यमंत्री युवा उद्यमी विकास अभियान के तहत लघु और कुटीर उद्योगों के लिए ऋण देने का प्रस्ताव पारित किया है।
यूपी के रामपुर में किसानों का बाजार शुरू हो गया है। इसके लिए जिले में 120 क्रय केंद्रों का निर्माण किया गया है। जहां किसानों का अनाज उचित मूल्य पर खरीदा जाता है. यूपी के रामपुर में मंगलवार से किसानों का बाजार खुला है। जिले के आठ ब्लॉकों में कुल 120 क्रय केंद्र बनाए गए हैं। खरीद प्रक्रिया को लेकर जिले में व्यापक तैयारियां की गई हैं ताकि किसानों को कोई असुविधा न हो।
खरीदारी के स्थानों को जानें
वहीं, ग्रेड-ए धान का मूल्य 2320 रुपए प्रति क्विंटल और सामान्य धान का मूल्य 2300 रुपए प्रति क्विंटल होगा. बाजार में धान का मूल्य 2625 रुपए प्रति क्विंटल है। रामपुर के सदर ब्लॉक में 19 क्रय केंद्र हैं, बिलासपुर में 39 हैं, शाहबाद में 13 हैं, मिलक में 30 हैं, स्वार में 17 हैं, टांडा और सैदनगर में 1-1 हैं। जिला विपणन अधिकारी कौशल देव ने बताया कि सभी केंद्रों पर सोमवार को खरीद की तैयारी पूरी हो गई है। साथ ही, खाद्य विपणन निरीक्षक इंद्रपाल व सत्यवीर सिंह ने बताया कि मंगलवार से हर क्रय केंद्र पर केंद्र प्रभारी उपस्थित रहेंगे।
फसल सूखी होने पर खरीदारी होगी
किसानों को इससे काफी राहत मिलने की उम्मीद है, लेकिन यह महत्वपूर्ण है कि फसल सूखी होनी चाहिए। 30 सितंबर को तहसील क्षेत्र के कूप गांव से एक किसान धान लेकर आया था, लेकिन धान गीला होने के कारण उसे केंद्र के सामने सूखाने के लिए डलवा दिया गया था।
किसानों को उचित लाभ मिलेगा
ऐसे में अधिकारियों ने कहा कि सूखने के बाद धान को सबसे पहले तौल दिया जाएगा। वहीं, सरकार और जिला प्रशासन खरीद प्रक्रिया को बेहतर ढंग से चलाने के लिए पूरी तरह से तैयार हैं। ताकि उन्हें कोई परेशानी न हो और उनकी फसल का उचित मूल्य मिल सके, किसानों को यह सुनिश्चित करना होगा कि वे अपनी फसल केंद्रों पर सही समय पर और सही तरीके से लाएं।