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mustard - सरसों की फसल ने करवाई बल्ले-बल्ले, कमा लेगें अच्छा खासा पैसा, जाने अपडेट

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सरसों की फसल ने करवाई बल्ले-बल्ले

THE CHOPAL (भरतपुर) - रवि की मुख्य फसल में आने वाली सरसों  की कटाई अब जोरों पर है। बता दे की इन दिनों दिहाड़ी मजदूरों की काफी बल्ले-बल्ले हो भी रही है, क्योंकि उन्हें अब शहर की बजाय अब गांव में ही रोजगार  मिलने भी लगा है। आपको बता दे की पुरुषों के साथ-साथ महिलाएं भी सुबह से ही खेतों में काम करने में जुट भी जाती हैं। जानकारी के अनुसार दो महीने यानि march और अप्रैल में ग्रामीणों को भरपूर मात्रा में रोजगार मिलता भी है। बता दे की इन दिनों किसान की फसल पक कर तैयार भी हो जाती है और उसकी कटाई के लिए अब मजदूरों की जरूरत भी पड़ती है। आपको बता दे की किसानों के लिए सस्ते और अच्छे मजदूर गांव में ही मिल जाते हैं। यह मजदूर इन दो महीने में अच्छा खासा पैसा भी कमा लेते हैं।  

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मजदूरी -

किसान मुरारी सिंह के अनुसार अब इन दिनों में सरसों की फसल पककर तैयार भी हो चुकी है। आपको बता दे की पहले जो मजदूर शहर में काम करने के लिए जाते थे वह अब किसानों की फसल काटने में व्यस्त भी हैं।  उनका कहना है लगभग 2 महीने उन्हें गांव में ही रोजगार बड़ी आसानी से मिल भी जाता है। आपको बता दे की उन्हें 1 दिन की करीब 300 से लेकर ₹400 मजदूरी भी मिलती है। उनके साथ-साथ उनके परिवार की महिलाएं भी अपनी जेब खर्च के लिए अच्छा खासा पैसा कमा भी लेती हैं. किसान भजनलाल के अनुसार सरसों की फसल की कटाई के लिए लोग बाहर से भी आकर भी मजदूरी करते हैं क्योंकि उन्हें शहर में मिलने वाली मजदूरी के बराबर मेहनताना यहां भी मिल जाता है। इस वक्त खेतों में चारों तरफ सरसों की फसल काटते  हुए मजदूर ही मजदूर आपको दिखाई दे भी रहे हैं। 

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सरसों की बुवाई -

आपको बता दे की राजस्थान का भरतपुर जिला सरसों के उत्पादन में राजस्थान राज्य में प्रथम  स्थान भी  रखता है। आपको बता दे की सेवर (Sever) स्थित केन्द्रीय सरसों अनुसंधान केन्द्र  होने की वजह से यहां किसानों को सरसों की पैदावार के बारे में कृषि विशेषज्ञों के द्वारा वक्त-वक्त  पर काफी ज्यादा जानकारी भी  मिलती रहती है। जिले में इस बार लगभग 2 लाख 62 हजार 804 हैक्टेयर क्षेत्र में सरसों की बुवाई की भी  गई थी। 

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