The Chopal

राजस्थान में अगले महीने बढकर आएगा बिजली बिल, सितंबर में होगी जेब ढीली

Burden On People Pockets : राजस्थान में सरकार फ्री बिजली देने के बाद अब लोगों को फ्यूल सरचार्ज के नाम पर 440 वोल्टेज का झटका देने जा रही है। इसके तहत बिजली कंपनियां उपभोक्ताओं से करीबन 5 हजार करोड रुपए वसूलने का फैसला लिया है। इस फैसले से उपभोक्ताओं की जेब पर गहरा असर पड़ेगा।

   Follow Us On   follow Us on
राजस्थान में अगले महीने बढकर आएगा बिजली बिल, सितंबर में होगी जेब ढीली

Electricity Bills Increase In Rajasthan : राजस्थान में उपभोक्ताओं को 100 यूनिट फ्री बिजली दी जाती है। परंतु भले ही फ्री बिजली दें अब बिजली कंपनियां फ्यूल सरचार्ज के नाम पर जेब काटने के लिए तैयार है। बिजली कंपनियों ने उपभोक्ताओं से करीबन 5000 करोड रुपए वसूलने का प्लान बना लिया है। जो आगे आने वाले बिजली बिल में लागू कर दिया जाएगा। इसमें धनी को फ्यूल के लिए दिए करोड़ों रुपए की वसूली स्पेशल फ्यूल सर चार्ज की गणना 23 महीने बाद बदल दी गई है। अब प्रदेश में जनवरी से मार्च की बजाय पूरे साल की बिजली खपत के अनुसार  सर चार्ज निकल जाएगा। डिस्काउंट द्वारा लिए गए इस फैसले से घरेलू उपभोक्ताओं पर काफी भार पड़ेगा। जिन्हें फ्री बिजली  के नाम पर लालच देकर अब सरचार्ज के रूप में तगड़ा झटका दिया जाएगा।

इसके अलावा कंपनी ने पिछले साल के बकाया फ्यूल सरचार्ज के रूप में भी करीबन 44 करोड रुपए वसूलने के आदेश जारी कर दिए। इसके लिए 13 पैसे प्रति यूनिट कई महीनो तक वसूल किए जाएंगे। वही बेसिक सरचार्ज में भी बढ़ोतरी कर दी गई है जो पहले 54 पैसे था अब उसे बढ़ाकर 57 पैसे प्रति यूनिट कर दिया गया।

हालांकि खेत में किसानों द्वारा प्रयोग की गई बिजली तथा 200 यूनिट से कम वाले उपभोक्ताओं की राशि सरकार द्वारा भुगतान की जाएगी। इसके तहत राजस्थान विद्युत विनियामक आयोग ने आदेश जारी कर दिया है।

लगेंगे तीन तरह के झटके

1 गणना का पैटर्न बदला: अदानी पावर को कोयला भुगतान मामले में 7438 करोड रुपए  भुगतान किए गए हैं। जिसकी वसूली बिजली उपभोक्ताओं से 7 पैसे प्रति यूनिट की दर से  की जा रही है, जो 5 साल तक चुकानी होगी। अब प्रदेश में विद्युत विनियामक आयोग क्या आदेश पर साल भर में बिजली खपत के पोस्ट के आधार पर गणना की जाएगी।

इस में जो भी यूनिट आएगी, उसके चौथा भाग के आधार पर गणना की जाएगी। उपभोक्ताओं की बकाया राशि है, उन्हें जोड़कर बिल भेजा जाएगा। वहीं जिन उपभोक्ताओं से ज्यादा राशि वसूल ली गई, उनकी राशि अगले 37 महीने बिल में एडजस्ट की जाएगी।

2 पिछला बकाया सर चार्ज : साल 2023 के जनवरी से जून तक का बकाया फ्यूल सर चार्ज की वसूली की जाएगी। यह चार्ज 2.23 रुपए प्रति यूनिट है। इस  वसूली से  बिजली कंपनी के खाते में करीबन  4400 करोड रुपए आएंगे। बिजली उपभोक्ताओं पर ज्यादा बाहर ना पड़े इसके लिए तेरा पैसे प्रति यूनिट बिल में जोड़कर 13 महीने तक वसूल किया जाएगा। इस तरह सरकार से भरने में  उपभोक्ताओं को 11 से 12 महीने का समय मिल जाएगा।

3 बेसिक फ्यूल सरचार्ज अभी चोपन पैसे प्रति यूनिट के हिसाब से लिया जा रहा था, जिसमें अब बढ़ोतरी कर 57 पैसे प्रति यूनिट कर दिया गया है। ऐसे में उपभोक्ताओं को तीन पैसे प्रति यूनिट के हिसाब से अधिक भुगतान करने पड़ेंगे।

लोगों पर आखिर कब तक बढ़ता रहेगा बोझ

बिजली कंपनियों ने बेसिक यूनिट दर नहीं बढाई हो, परंतु फ्यूल सरकार के रूप में जेब काटने की गली खोल रखी है। पिछली कांग्रेस सरकार हो या मौजूदा भारतीय जनता पार्टी की सरकार हो दोनों ने इस तरह से वसूली करना बंद नहीं की है। हालांकि भजनलाल सरकार इस मामले में गहलोत सरकार को दोसी ठहरा रही है। बताया जा रहा है कि यह सरचार्ज कांग्रेस सरकार के कार्यकाल का बकाया है।