Makhana Kheti: वाराणसी के किसान करेंगे मखाना की खेती, ट्रेनिंग देगी सरकार, बिहार से आएगा बीज
Varanasi News :बिहार की तरह अब उत्तर प्रदेश में भी पहली बार मखाने की खेती शुरू की जा रही है। इसके लिए 10 हेक्टेयर जमीन चिन्हित कर ली गई है। जिस पर पहली बार मखाना की खेती करने की तैयारी है। इसके लिए किसान जल्द से जल्द आवेदन कर लाभ उठा सकते है।

UP News : उत्तर प्रदेश के प्रदेश के वाराणसी जिले में किसान अब बिहार के किसानो की तरह मखाने की खेती करेंगे। यूपी सरकार पहली बार मखाने की खेती करवाने की तैयारी में है। इसके लिए किसानों को प्रशिक्षण भी दिया जाएगा।
उत्तर प्रदेश में किसानों को मखाने की खेती के लिए प्रशिक्षण देने की तैयारी चल रही है। इसके बाद उन्हें 10 हेक्टेयर में खेती करने के लिए बीज उपलब्ध करवाया जाएगा। यह बीज मखाना अनुसंधान केंद्र दरभंगा से आएगा। इसके लिए पूरी तैयारी चल रही है। उत्तर प्रदेश के किसान मखाने की खेती कर मालामाल होने वाले हैं। ऐसे किसानों की आर्थिक स्थिति में काफी सुधार आएगा।
एकीकृत बागवानी विकास मिशन के अंतर्गत दूसरे राज्यों में होने वाली फसलों को भी यहां उगाया जा रहा है। पिछले वर्ष बरसाती प्याज, स्ट्रॉबेरी की खेती शुरू की गई थी। इस वर्ष मखाना और पान की खेती शुरू करवाई जा रही है। जिला उद्यान अधिकारी सुभाष कुमार ने बताया कि पहली बार 10 हेक्टेयर में मखाने की खेती शुरू करवाई जाएगी। इसकी खेती जिन किसानों के पास तालाब है, उन्हें शुरू करवाई जाएगी। इसके लिए आवेदन प्रक्रिया शुरू कर दी गई है। अभी तक जिले के 10 किसानों ने पंजीकरण करवाया है।
अक्टूबर में शुरू होगी ट्रेनिंग
किसानों को खाने की खेती शुरू करवाने के लिए बिहार के मखाना अनुसंधान केंद्र दरभंगा से बी मंगवाया जाएगा। मखाने की खेती में एक हेक्टेयर में 80 किलो से लेकर 1 क्विंटल तक बीज की जरूरत होती है। और वही फसल की लागत पर 80 हजार रुपए खर्च आता है। जिसमें से 50% सब्सिडी दी जाएगी।
प्रदेश में पान की भी खेती शुरू
पूरी दुनिया में मशहूर बनारसी पान को भी बढ़ावा दिया जा रहा है। सुभाष कुमार ने बताया कि सरकार ने पहली बार पान की खेती के लिए लक्ष्य दिया है। के अंतर्गत आठ किसानों ने पान की खेती शुरू की है। शान सत्र पर जिले में सिंघाड़े की खेती भी शुरू करवाई जाएगी। इन दोनों में किसानों को 50% सब्सिडी दी जाती है।