पंजाब से गुजरात पहुंचना आसान, 4 महीने में तैयार हो जाएगा एक्सप्रेसवे

THE CHOPAL: अमृतसर-जामनगर एक्सप्रेसवे का निर्माण कार्य लगभग 85 % पूरा हो गया है। आपको बता दे की इस एक्सप्रेसवे को सितंबर 2023 में शुरू करने का लक्ष्य रखा भी गया है. जिसके बाद इन दोनों प्रमुख शहरों के बीच यात्रा का वक्त में 10 घंटे की कमी भी आएगी. साथ ही 4 राज्यों के बीच बेहतर कनेक्टिविटी भी मिलेगी.
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नितिन गडकरी ने राजस्थान में इस एक्सप्रेसवे का मुआयना भी किया हैं। आपको बता दे की यह ग्रीनफील्ड 6-लेन एक्सेस कंट्रोल्ड कॉरिडोर उत्तरी और मध्य भारत के बीच बेहतर कनेक्टिविटी प्रदान भी करेगा. इसके बनने से उत्तर भारत के राज्यों से आसानी से गुजरात की जामनगर और कांडला बंदरगाहों तक आया-जाया जा भी सकेगा।
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भारत माला परियोजना के माध्यम से बने रहे इस एक्सप्रेसवे से आने वाले दिनों में कई बड़े शहरों के बीच ट्रैवल समय काफी कम भी हो जाएगा. इस परियोजना के पूरा होने से पंजाब के अमृतसर और जामनगर 23 घंटों की बजाय सिर्फ 12 घंटों में पहुंचा भी जा सकेगा. यह ग्रीनफील्ड एक्सप्रेसवे हरियाणा,पंजाब,राजस्थान और गुजरात के 15 जिलों से गुजरता भी है.
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यह कॉरिडोर देश की 3 रिफायनरी राजस्थान की बाड़मेर रिफायनरी, पंजाब की भटिंडा रिफायनरी व गुजरात की जामनगर रिफायनरी को भी जोड़ेगा. आपको बता दे की राजस्थान में करीब 15 हजार करोड़ रुपए की लागत से 637 KM लंबे एक्सप्रेसवे का 93 % कार्य अब पूरा भी हुआ है. यह कॉरिडोर PB में 155 KM और गुजरात में करीब 125 KM में बनेगा. भविष्य में 10-लेन तक विस्तार के विकल्प के साथ 6-लेन राजमार्ग को 100 KM प्रति घंटा रफ्तार की गति के लिए डिजाइन भी किया गया है.