राजस्थान में मानसून की आमद के पक्के संकेत, 28 जिलों में बारिश का अलर्ट
Monsoon: राजस्थान के सूखे धोरों में अब बहार आने की उम्मीद बन रही है, क्योंकि अरब सागर और बंगाल की खाड़ी में सक्रिय सिस्टम ने मानसून को रफ्तार दे दी है, जिससे पूरे उत्तर भारत, खासकर राजस्थान में अच्छी बारिश की संभावना बनी है।

Monsoon Rajasthan 2025: अब राजस्थान के सूखे धोरों में बहार आने वाली है। अरब सागर और बंगाल की खाड़ी के दबाव के कारण उत्तरी भारत का मौसम बदल गया है। करीब 20 दिनों की देरी के बाद मानसून ने आखिरकार अपनी रफ्तार पकड़ ली है, और अब वह राजस्थान की दहलीज पर पहुंच चुका है। मौसम वैज्ञानिकों का अनुमान है कि बुधवार या गुरुवार तक मानसून औपचारिक रूप से राज्य में आ जाएगा।
मानसून की आमद का स्पष्ट संकेत
पिछले दो दिनों (16 और 17 जून) से राजस्थान की सीमा तक पहुंचा मानसून अब धीरे-धीरे राज्य में प्रवेश करने की तैयारी में है। साथ ही, पिछले 48 घंटे से जारी प्री-मानसून बारिश ने मानसून की आमद का स्पष्ट संकेत दिया है। मंगलवार और बुधवार को जयपुर, कोटा, भरतपुर और उदयपुर सहित कई जिलों में हल्की बारिश हुई।
12 जिलों में भारी बारिश हुई
मंगलवार को राज्य के बारह जिलों में भारी बारिश हुई। जयपुर, टोंक, दौसा, भीलवाड़ा, बूंदी और अलवर में एक से तीन इंच की मात्रा में बारिश हुई। लोगों को इस बारिश से भारी गर्मी और उमस से राहत मिली, लेकिन बिजली गिरने की घटनाओं ने चिंता बढ़ा दी। भरतपुर जिले के डीग और बयाना में बिजली गिरने से एक बच्चे सहित दो लोग मारे गए।
28 जिलों में बारिश की चेतावनी
बुधवार को भारतीय मौसम विभाग (IMD) ने राजस्थान के 28 जिलों में बारिश का अलर्ट जारी किया है। 15 जिलों में भारी बारिश की चेतावनी है। इस चेतावनी को जयपुर, अजमेर, कोटा, बांसवाड़ा, झालावाड़, सिरोही और प्रतापगढ़ जिले में लागू किया गया है। सुबह से ही कई स्थानों में रिमझिम बारिश ने मौसम को सुहाना बना दिया है।
उदयपुर में बारिश से प्रवेशद्वार को नुकसान
मंगलवार रात से बुधवार सुबह तक उदयपुर शहर में हल्की बारिश हुई। बारिश के चलते दूधतलाई मार्ग पर प्रवेश द्वार का कुछ हिस्सा नीचे गिर गया। मंगलवार रात 9 बजे शहर में बारिश हुई, जो लगभग एक घंटे तक चली। फिर दोपहर दो बजे बारिश फिर से शुरू हुई और सुबह छह बजे तक हल्की से मध्यम वर्षा हुई।
कृषि और जनजीवन को राहत मिली
मानसून की आहट से किसानों के चेहरे मुस्कुरा रहे हैं। खरीफ फसलों की बुवाई की तैयारी अब तेज हो सकती है, जो पहले तक थमी हुई थी। शहरों में भी तापमान में गिरावट से लोगों को राहत मिली है। तापमान पिछले हफ्ते 40 डिग्री के आसपास था, लेकिन अब 34-36 डिग्री तक गिर गया है। मौसम विभाग के अलर्ट और राज्यभर में आसमान में बादलों की मौजूदगी ने स्पष्ट कर दिया है कि इस बार राजस्थान में मानसून पूरे जोश में आने वाला है। अब सिर्फ पहली भारी बारिश की उम्मीद है, जो क्षेत्र की जमीन को भी भिगोएगी और जनजीवन को पुनः जीवित करेगी।