The Chopal

Haryana सरकार इस एक्सप्रेसवे पर बसाएगी दो नई सिटी, इन लोगों को मिलेगा तगड़ा फायदा

Haryana News: हरियाणा के दो शहरों को बसाना शुरू हो गया है। सरकार को बाकी तीन शहरों को बसाने में जल्दबाजी करने की इच्छा नहीं है। सरकार केएमपी के आसपास शहरों को पूरी तरह से योजनाबद्ध रूप से बसाना चाहती है ताकि हरियाणा की अलग पहचान प्रकट हो सके।

   Follow Us On   follow Us on
Haryana सरकार इस एक्सप्रेसवे पर बसाएगी दो नई सिटी, इन लोगों को मिलेगा तगड़ा फायदा

The Chopal : हरियाणा सरकार ने कुंडली-मानेसर-पलवल (केएमपी) एक्सप्रेस वे के किनारे दो नए शहर बनाएंगे। इन शहरों में आवासीय और व्यावसायिक दुकानें होंगी। इस मार्ग पर कुल पांच शहर बनाने की सरकारी योजना है। पहले दो शहरों पर काम शुरू हुआ है। गुरुवार को सिंगापुर की एक कंपनी को डीपीआर बनाने का अनुबंध दिया गया है।

प्राप्त जानकारी के अनुसार, हैप्पीनेस शहर और जॉय शहर पहले चरण में केएमपी के किनारे बनाए जाएंगे। पहला शहर खरखौदा-सोनीपत रोड पर बनाया जाएगा, जबकि दूसरा पलवल-फरीदाबाद-जेवर रोड पर बनाया जाएगा। इन दोनों शहरों को बसाने का एक अग्रणी कार्यक्रम बनाया गया है। सिंगापुर की एक निजी कंपनी को विस्तृत परियोजना रिपोर्ट (डीपीआर) बनाने का अनुबंध दिया गया है। उन्हें बताया गया कि ये शहर केएमपी के बगल में बीस किलोमीटर के दायरे में बसेंगे। ये शहर रिहायशी के साथ-साथ व्यावसायिक गतिविधियों का बड़ा केंद्र बन जाएगा। दुष्यंत ने कहा कि इन शहरों में योजनाबद्ध विकास होगा, जैसा कि सिंगापुर और दुबई में हुआ है।

ये पढ़ें - UP में ट्रैक्टर ट्राली से खेती से जुड़े काम, इलाहाबाद हाईकोर्ट के ये आदेश 

तीन शहरों की योजना पर लगा ब्रेक

वर्तमान में, राज्य सरकार केएमपी पर बचे हुए तीन क्षेत्रों में नए शहर बनाने की कोशिश कर रही है, लेकिन यह प्रक्रिया फिलहाल रोकी गई है। यह रोक लगाई गई है ताकि बसने वाले दो शहरों की स्वीकार्यता की जांच की जाए। अगर नतीजे अच्छे रहे तो सरकार बाकी तीन शहरों के लिए कार्रवाई करेगी। याद रखें कि हरियाणा सरकार ने पहले कुंडली से खरखौदा के बीच, सोनीपत क्षेत्र में बहादुरगढ़ के पास, सोहना के आसपास, पलवल के आसपास और मानेसर के आसपास लगभग पच्चीस से पच्चीस हजार हेक्टेयर जमीन पर एक नया शहर बनाने का प्रस्ताव बनाया था। इसे अब काफी हद तक बदल दिया गया है।

नए शहर कैसे होंगे? डिप्टी सीएम ने कहा कि दोनों नव विकसित शहर इको फ्रेंडली होंगे। दोनों शहरों के हर सेक्टर में शॉपिंग मॉल, अंडरपास और सुसज्जित सड़कें होंगी। यहां विश्व के सर्वश्रेष्ठ विश्वविद्यालय होंगे। साथ ही साइकिल मार्ग भी बनाए जाएंगे। यहाँ ई-वीकल और सौर ऊर्जा सबसे अच्छी होगी। इससे केएमपी के किनारे खाली पड़ी जमीन का भी उपयोग होगा और हरियाणा में औद्योगिक निवेश को बढ़ावा मिलेगा।

ये पढ़ें - दिल्ली के पास अब आएगा सिंगापुर वाला मजा, इन 3 शहरों की जमीन पर बसेगी न्यू सिटी