UP में एक जिले के 48 गांवों से निकलेगा नया एक्सप्रेसवे, 900 एकड़ जमीन का होगा अधिग्रहण
UP News: उत्तर प्रदेश में रोड इंफ्रास्ट्रक्चर में पिछले कुछ सालों में काफी ज्यादा तरक्की देखने को मिली है। उत्तर प्रदेश में कई एक्सप्रेसवे का निर्माण चल रहा है इसके अलावा अभी लिंक एक्सप्रेस वे को लेकर बड़ी अपडेट सामने आई है। नया लिंक एक्सप्रेस वे इस जिले की पांच तहसीलों के 48 गांव से होकर निकलने वाला है।

Uttar Pradesh News : उत्तर प्रदेश में पिछले कुछ वर्षों में रोड इंफ्रास्ट्रक्चर में जबरदस्त प्रगति हुई है, खासकर एक्सप्रेसवे नेटवर्क के विस्तार में। योगी सरकार के तहत कई बड़े एक्सप्रेसवे जैसे पूर्वांचल एक्सप्रेसवे, बुंदेलखंड एक्सप्रेसवे, गंगा एक्सप्रेसवे, और दिल्ली-वाराणसी हाई-स्पीड कॉरिडोर की योजना और निर्माण तेजी से आगे बढ़े हैं। बुलंदशहर जिले की पांच तहसीलों के 48 गांवों से गुजरने वाला लिंक एक्सप्रेस-वे जेवर एयरपोर्ट को गंगा एक्सप्रेस-वे से जोड़ेगा। इसके लिए 900 एकड़ जमीन आवंटित की जाएगी। यह यमुना और गंगा को जोड़ेगा। यूपीडा ने सर्वे करके भू-उपयोग रिपोर्ट प्राप्त की है। जमीन अधिग्रहण जल्द होगा। लिंक एक्सप्रेस-वे से जिले के लोगों को सीधा लाभ मिलेगा और इससे यातायात सुगम होगा।
जमीन अधिग्रहण की प्रक्रिया
योजनाबद्ध लिंक एक्सप्रेस-वे, जो जेवर इंटरनेशनल एयरपोर्ट से गंगा एक्सप्रेस-वे को जोड़ेगा, पांच तहसीलों में 48 गांवों में बनेगा। जबकि लिंक एक्सप्रेस-वे को गौतमबुद्धनगर की जेवर तहसील के छह गांव सहित संभावित 55 गांव की जमीन पर बनाया जाएगा। यूपीडा ने सर्वे कर विकास प्राधिकरण से भू-उपयोग रिपोर्ट प्राप्त की है। एलाइमेंट जारी होने के बाद जमीन अधिग्रहण की प्रक्रिया शुरू होगी।
47 गांव का सर्वेक्षण
शासन ने यूपीडा को गंगा एक्सप्रेस-वे से जेवर इंटरनेशनल एयरपोर्ट को जोड़ने के लिए 74 किलोमीटर लंबी लिंक एक्सप्रेस-वे की कार्ययोजना बनाने का काम सौंप दिया। योजनाबद्ध लिंक राजमार्ग चोला से स्याना तहसील के लाडपुर में गंगा राजमार्ग के 44वें किलोमीटर तक बनाया जाएगा। यमुना एक्सप्रेस-वे को एयरपोर्ट से 30 किलोमीटर दूर यमुना एक्सप्रेस-वे से जोड़ा जाएगा। यूपीडा की टीम ने गौतबुद्धनगर की जेवर तहसील के सात गांव और जिले की पांच तहसीलों के 47 गांव का सर्वेक्षण किया है, जो प्रस्तावित लिंक एक्सप्रेस-वे निर्माण के लिए आवश्यक है।
यमुना एक्सप्रेस-वे को एयरपोर्ट से 30 किलोमीटर दूर यमुना एक्सप्रेस-वे से जोड़ा जाएगा। यूपीडा ने इन गांवों का सर्वे करने के बाद बुलंदशहर-खुर्जा-विकास प्राधिकरण से भू-उपयोग की स्थिति की रिपोर्ट मांगी। यूपीडा ने भू-उपयोग रिपोर्ट प्राधिकरण को दी है। लिंक एक्सप्रेस-वे जेवर से सिकंदराबाद, खुर्जा, शिकारपुर, बुलंदशहर और स्याना तहसील के लाडपुर तक चलेगा। शासन की मंजूरी मिलने के बाद यूपीडा लिंक एक्सप्रेस-वे की अनुमति देगा। एलाइमेंट जारी होने के बाद जमीन अधिग्रहण की प्रक्रिया शुरू होगी। लिंक एक्सप्रेस-वे से स्थानीय लोगों और बाहर से आने वालों को सुविधा होगी। लिंक एक्सप्रेस-वे की लंबाई 74 किलोमीटर है, 1000 हेक्टेयर जमीन अधिग्रहित होगी और अनुमानित खर्च चार हजार करोड़ रुपये होगा।
दो जिलों की छह तहसीलों में संभावित 55 गांवों की एक समीक्षा
जिला | तहसील | संख्या |
बुलंदशहर | स्याना | 7 गांव |
बुलंदशहर | शिकारपुर | 2 गांव |
बुलंदशहर | बुलंदशहर | 18 गांव |
बुलंदशहर | खुर्जा | 15 गांव |
बुलंदशहर | सिकंदराबाद | दो गांव |
गौतमबुद्धनगर | जेवर | सात गांव |