Bihar में विशेष भूमि सर्वे में फंसा पेच, जमीन मालिकों को होने वाली हैं बड़ी दिक्कत
Bihar Land : यहां करीब पांच सौ खेसरा रोक सूची है। बिक्री और खरीद पर रोक है। वहीं, रोक सूची से बाहर की गई जमीन की बिक्री के बाद भी जमाबंदी में पेच रहता है। यह स्थिति पिछले साल हुई थी जब पूर्व जिलाधिकारी प्रणव कुमार ने जमीन के मामले के त्वरित निपटारे के लिए अपर समाहर्ता की अध्यक्षता में कमेटी बनाई थी।
Bihar Jamin Jamabandi : राज्य में विशेष भूमि सर्वेक्षण की योजना बनाई जा रही है। सर्वे के बाद जमीन का नया खाता-खेसरा और नक्शा बनाया जाएगा। तैयारी तो चल रही है, लेकिन कई जगह पेच भी है। इसमें जिले में जमीन रोक की सूची भी है, जो सबसे महत्वपूर्ण है। यहां करीब पांच सौ खेसरा रोक सूची है। बिक्री और खरीद पर रोक है। वहीं, रोक सूची से बाहर की गई जमीन की बिक्री के बाद भी जमाबंदी में पेच रहता है। यह स्थिति पिछले साल हुई थी जब पूर्व जिलाधिकारी प्रणव कुमार ने जमीन के मामले के त्वरित निपटारे के लिए अपर समाहर्ता की अध्यक्षता में कमेटी बनाई थी। कमेटी को रोक सूची की जमीन की जांच करने का आदेश दिया गया था।
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जमीन की जमाबंदी कायम करने में लापरवाही
सूची में शामिल ऐसी जमीन को हटाया जाना चाहिए बिना उचित कारण के। वास्तविक रैयतों को इससे परेशानी नहीं होगी। इसके अलावा, जमीन को सुरक्षित रखने में देरी भी एक कारण है। DCLR कार्यालय में कई मामले पेंडिंग हैं। रैयती जमीन भी शामिल है, लेकिन एक मौजे में एक ही खेसरा होने से कई जमीन रोक सूची में शामिल हो गई है।
रैयतों को इस जमीन के निबंधन में मुश्किलों का सामना करना पड़ रहा है। कई स्तरों पर जमीन के दाखिल-खारिज में सरकारी नियमों का पालन नहीं हो रहा है। पहले आओ पहले पाओ की अवधारणा खुलेआम भंग हो रही है। इसके अलावा, बिना किसी स्पष्ट कारण के आवेदन को खारिज कर दिया गया है। वहीं बाद में आवेदन स्वीकृत हो जाता है। वरिष्ठ अधिकारियों ने ये मामले देखे हैं।
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