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वाहन का बीमा, फिटनेस और प्रदूषण जैसे कागजात पुरे नहीं तो टोल प्लाजा पर कटेगा ऑटोमैटिक चालान

Automatic E-Challan : ऑटोमैटिक ई-चालान अब बिहार के सभी टोल प्लाजा केंद्रों पर ई-डिटेक्शन सिस्टम की सहायता से काटा जा रहा है। ऑटोमैटिक ई-चालान टोल प्लाजा से गुजरते ही खत्म हो जाएगा अगर आपके वाहन का बीमा, प्रदूषण और फिटनेस भी खत्म हो गया है। इसी के साथ बिना परमिट चलने वाली बसों पर भी प्रतिबंध लगाया जा सकता है।
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वाहन का बीमा, फिटनेस और प्रदूषण जैसे कागजात पुरे नहीं तो टोल प्लाजा पर कटेगा ऑटोमैटिक चालान

Bihar News : ऑटोमैटिक ई-चालान अब बिहार के सभी टोल प्लाजा केंद्रों पर ई-डिटेक्शन सिस्टम की सहायता से काटा जा रहा है। ऑटोमैटिक ई-चालान टोल प्लाजा से गुजरते ही खत्म हो जाएगा अगर आपके वाहन का बीमा, प्रदूषण और फिटनेस भी खत्म हो गया है।

परिवहन सचिव ने दी जानकारी

परिवहन सचिव संजय कुमार अग्रवाल ने कहा कि राष्ट्रीय राजमार्ग पर राज्य में होने वाली सड़क दुर्घटनाओं में सबसे अधिक मौतें हो रही हैं, इसलिए वाहन फिटनेस, परमिट, बीमा, मोटर वाहन कर आदि का पूरी तरह से पालन करना आवश्यक है।

ई-डिटेक्शन सिस्टम के माध्यम से ई-चालान कटने के पश्चात टैक्स और अन्य डिफॉल्टर वाहनों की संख्या कम हो जाएगी। इसकी मदद से मोटरवाहन कानून का उल्लंघन करने वाले वाहनों को आसानी से पहचाना जा सकेगा और उन पर जुर्माना भी लगाया जा सकेगा। इसी के साथ बिना परमिट चलने वाली बसों पर भी प्रतिबंध लगाया जा सकता है।

दिन में इतनी बार कटेगा, ई-चालान

NH टोल प्लाजा से निकलने वाले वाहन जब फास्टैग के संपर्क में आने के पश्चात ही तस्वीर सहित वाहन से जुड़ी सारी इनफॉरमेशन ई-डिटेक्शन सॉफ्टवेयर में दिखाई देने लगेगी। इसके बाद एनआईसी के वाहन पोर्टल पर उपलब्ध डाटा से इसका मिलान किया जाना है।

इससे संबंधित वाहन के निबंधन, फिटनेस, बीमा, प्रदूषण नियंत्रण प्रमाण-पत्र और अन्य अद्यतन विवरण प्राप्त होंगे। इसमें कमी होने पर संबंधित वाहन मालिकों को ई-चालान दिया जाएगा।

स्मार्ट सिटी प्रणाली से भी जोड़ने की योजना

टोल प्लाजा के बाद, स्मार्ट सिटी शहरों में कैमरों को ई-डिटेक्शन सिस्टम से जोड़ने की भी योजना बनाई गई है। वर्तमान में पटना, मुजफ्फरपुर और भागलपुर जैसे स्मार्ट शहर में ई-चालान केवल बिना हेलमेट, सीट बेल्ट, ट्रिपल राइडिंग और ओवरस्पीड के लिए लिया जा रहा है। ई-डिटेक्शन से जुड़ने के पश्चात शहरी इलाकों में बीमा, फिटनेस फेल और प्रदूषण वाले वाहनों का ऑटोमैटिक ई-चालान भी काटा जाने लगेगा।