The Chopal

Kota Mandi bhav: गेहूं, सोयाबीन समेत इन फसलों में आई तेजी, चना हुआ मंदा

Rajasthan News : राजस्थान में कोटा की भामाशाह मंडी में एक दिन में 2 लाख बोरी से ऊपर कृषि जिंस की आवक हुई है। वहीं गेहूं समर्थन मूल्य पर खरीद का कार्य 24 से 27 अप्रेल तक बंद रहेगा।

   Follow Us On   follow Us on
Kota Mandi bhav: गेहूं, सोयाबीन समेत इन फसलों में आई तेजी, चना हुआ मंदा

Kota Mandi Bhav : कोटा की भामाशाह मंडी में रोजाना फसलों की आवक अब ढाई लाख कट्टो तक पहुंच रही है। आवक बढ़ाने के बावजूद फसलों के भाव में मंडी का सिलसिला चल रहा है। मंगलवार को मंडी में  गेहूं 25 रुपए, धान 50 रुपए, सोयाबीन 50 रुपए प्रति क्विंटल तेज रहा। वही चना 50 रुपए मंदी दर्ज की गई है। लहसुन के भाव 2000 से 10700 प्रति क्विंटल रहे। लहसुन की आवक लगभग 16000 कट्टे की रही।

फिलहाल मंडी में बड़े पैमाने पर गेहूं आ रहा है। भामाशाह मंडी में गेहूं का भाव 2400 रुपए से लेकर 2751 रुपए प्रति क्विंटल के बीच है। इसके अलावा नई सरसों 5500 से 6100 रुपए प्रति क्विंटल बिकी है। मंडी से शाम को अंतिम बोली के बाद रोजाना भाव जारी होते हैं। वहीं गेहूं समर्थन मूल्य पर खरीद का कार्य 24 से 27 अप्रेल तक बंद रहेगा।
हम आपको इस लेख में नीचे उतार चढ़ाव के साथ फसलों के नए भाव भी बताएंगे। राजस्थान की प्रमुख मंडी में आने वाली कोटा मंडी में लगभग 30 प्रकार की फसलों की आवक होती है। जिनके भाव आप इस टेबल में नीचे देख सकेंगे।

कोटा मंडी भाव

भाव फसल
गेहूं नया 2400 से 2751
धान सुगन्धा 2200 से 2551
धान (1509) 2200 से 2851
धान (1718) 2800 से 3331
धान पूसा 2700 से 3020
सोयाबीन 3800 से 4431
सरसों नई 5500 से 6100
अलसी 5000 से 6150
ज्वार शंकर 2200 से 2700
ज्वार सफेद 4000 से 4500
बाजरा 2100 से 2300
मक्का 2000 से 2300
जौ नया 1800 से 2100
तिल्ली 8500 से 11000
मैथी 4000 से 4700
कलौंजी 13000 से 17850
धनिया नया सूखा बादामी 5800 से 6500
धनिया नया ईगल 6500 से 7000
धनिया रंगदार 7100 से 10500
मूंग 6500 से 7200
उड़द 4000 से 7200
चना देशी 5000 से 5351
चना मौसमी 5000 से 5500
चना पेप्सी 5200 से 5500

Disclaimer : इस लेख में जो भी भाव बताए गए हैं वह सभी मंडी के व्यापारियों और कई भिन्न-भिन्न स्रोतों लिए गए हैं. माल की क्वालिटी के हिसाब से कीमतों में उतार-चढ़ाव जारी रहता है. इस लेख में बताई जा रहे भाव मंगलवार शाम को अंतिम बोली के हैं.