Wheat Price: गेहूं भाव में आया बड़ा उछाल, पिछले 9 महीनों के उच्च स्तर पर पहुंचे रेट
Wheat bhav: गेहूं के भाव में आए दिन तेजी आ रही है. पिछले 9 महीनों में गेहूं की कीमतें उच्च स्तर पर पहुंच गई है. त्योहारों के सीजन को देखते हुए उद्योग ने कहा है कि सरकार ने गेहूं का स्टॉक जारी नहीं किया तो कीमतों में और भी इजाफा हो सकता है.
4000 रुपए प्रति टन का उछाल
एक आटा मिल के संचालक ने कहा कि अप्रैल से लेकर अब तक गेहूं के भाव में 4000 रुपए प्रति टन का उछाल आ चुका है. अप्रैल में गेहूं की कीमत 24000 रुपए प्रति टन थी और अब 28000 रुपए प्रति टन के स्तर को छू रही है. इसी को देखते हुए आटा मिल संचालक सरकार से स्टॉक जारी करने की मांग कर रहे हैं.
बड़े आटा मिल संचालक ने बताया कि गेहूं की आपूर्ति दिनोंदिन गिरती जा रही है. इस प्रकार की स्थिति में आपूर्ति पिछले साल के मुकाबले अच्छी नहीं दिख रही. इसलिए सरकार को अपने स्टॉक का गेहूं बाजार में उतारना चाहिए. मिल मालिक ने कहा कि बीते साल 2023 में सरकार ने जून में अपने स्टॉक से गेहूं की बिक्री शुरू कर दी थी.
गेहूं की आवक कमजोर
जून 2023 से मार्च 2024 के बीच लगभग 100 लाख टन गेहूं की बिक्री की थी. इसी सप्ताह 18 अगस्त को उपभोक्ता मामले मंत्रालय द्वारा जारी आंकड़ों में बताया गया था कि कई राज्यों में इस बार अगस्त के पहले दो सप्ताह में गेहूं की आवक पिछले साल के मुकाबले कमजोर रह रही है.
जानकारी बता दें कि 1 अगस्त को भारत के सरकारी गोदाम में गेहूं का स्टॉक 2.68 करोड़ टन था. जो 1 साल पहले के मुकाबले 4.4% कम है. साल 2023 में मौसम की मार और ज्यादा गर्मी और बेमौसम बारिश के चलते गेहूं के उत्पादन में गिरावट आई थी. कहीं-कहीं पर ओलावृष्टि से किसानों की फैसले नष्ट हो गई थी. जलवायु परिवर्तन का असर अब फसलों में भी देखने को मिल रहा है.
गेहूं की कीमतों में इजाफा
कमजोर हुए उत्पादन के चलते गेहूं की कीमतों में इजाफा हो रहा है. आटा मिल मालिक ने बताया कि अगस्त का महीना आधे से ज्यादा बीत चुका है. परंतु अब तक अपने भंडार से गेहूं बेचने को लेकर सरकार की तरफ से किसी प्रकार की सूचना नहीं है. इस देरी के चलते भी गेहूं की कीमतों में बढ़ोतरी हो रही है.