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Weed Management: गेहूं के उत्पादन को घटा देगा ये पौधा, देखते ही उखाड़ फेंके किसान

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गेहूं के उत्पादन को घटा देगा ये पौधा
आप को बता दे की खासतौर पर अगर गेहूं की फसल में खरपतवार नजरआता हैं तो उसे तुरत निकालकर बाहर फेंक दें. यदि आपके खेत में  खरपतवारों का प्रकोप ज्यादा है तो आप कृषि विशेषज्ञों की सलाह लेकर खरपतवारनाशी दवाओं का छिड़काव भी कर दें .

THE CHOPAL (Agriculture Advisory) - आप को बता दे की भारत में गेहूं प्रमुख खाद्यान्न फसल भी है, गेहूं समय रहते खरपतवार पर नियंत्रण कार्य होना बहुत जरूरी होता हैं। किसान भाई खरपतवार के बारे में तो अच्छी प्रकार से वाकिफ हैं।  खरपतवार कुछ ओर नहीं बल्कि फसलों के विकास में बाधा बनने वाले पौधे ही होते हैं. ये खरपतवार फसल का सारा पोषण तत्व भी सोख लेते हैं. फसलों में बढ़ते कीट-रोगों के कारण भी ये खरपतवार ही हैं. इनका आप समय रहते इस पर नियंत्रण नहीं किया तो ये आपकी फसल की उत्पादकता को 40 से 60 % तक कम होने का असर भी डाल सकता हैं। आप इन खरपतवार का नियंत्रण के लिए अपने खेत में निराई-गुड़ाई और निगरानी का समय समय पर जारी रखे. आप को बता दे की खासतौर पर अगर गेहूं की फसल में खरपतवार नजरआता हैं तो उसे तुरत निकालकर बाहर फेंक दें. यदि आपके खेत में  खरपतवारों का प्रकोप ज्यादा है तो आप कृषि विशेषज्ञों की सलाह लेकर खरपतवारनाशी दवाओं का छिड़काव भी कर दें, जिससे आप की फसल की सुरक्षा और उत्पादकता भी कायम बनी रहेगी.

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क्या होते खरपतवार -

 किसान भाइयो की जानकारी के लिए बता दें की आम फसलों में चौड़ी पत्ती या संकरी पत्ती वाले दो तरीके के ही खरपतवार ज्यादा पाए जाते हैं. बात करे तो गेहूं की फसल में दूधी ,अकरी , सेंजी, जंगली पालक, बथुआ, हिरनखुरी कृष्णनील , मोथा , कासनी, गुल्ली डंडा, खरतुवा , जंगली मटर का प्रकोप ज्यादा देखने को मिलता हैं। गेहूं की फसल में खरपतवारों के नियंत्रण के लिए आप इन उपाय को अपनाकर इस पर नियंत्रण किया जा सकता हैं।   

खरपतवार नियंत्रण के लिए करे ये उपाय -

आप को बता दे की गेहूं की बुवाई से पहले खेतों की मिट्टी में गहरी जुताई लगाने की राय भी दी जाती है, जिससे खेतों खरपतवार की संभावना को काफी कम किया जा सकता हैं .गेहूं की फसल में हर 10 से 15 दिन के बाद में निगरानी और निराई-गुड़ाई का काम आप समय पर करे और शाम के वक्त में हल्की भी सिंचाई करें, जिससे मिट्टी में नमी बने रहे और पोषण भी कायम रहे और फसल की उत्पादकता को भी काफी बेहतर बनाया जा सके.
कृषि विशेषज्ञों की सलाह के अनुसार आप गेहूं की बुवाई के 30-35 दिन बाद आप 120-150 लीटर पानी में फ्लैट - फैन नाजिल खरपतवारनाशी दवा से प्रति एकड़ पर छिड़काव भी कर सकते हैं. गेहूं की फसल की बुवाई से पहले आप बीजों का उपचार भी करें. साथ ही खरपतवार आप बीज रहित गेहूं का ही अपनी खेती में इस्तेमाल करें. ज्यादा जानकारी के लिए आप लिए कृषि विज्ञान केंद्र के कृषि वैज्ञानिकों  से सलाह लेकर अपनी फसलों की बुवाई करे।   

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