Greenfield Airport: राजस्थान के इस शहर में बनेगा सबसे बड़ा एयरपोर्ट, नई सुविधाओं से होगा लैस
Rajasthan biggest airport : अंधेरी रात में भी बड़े यात्री विमान आसानी से राजस्थान के सबसे बड़े एयरपोर्ट पर लैंडिंग कर सकेंगे। अब तूफान या आंधी के दौरान टेंशन लेने की जरूरत नहीं पड़ेगी।
Sep 27, 2024, 16:34 IST
The Chopal, Kota News : ग्रीनफील्ड एयरपोर्ट, जो राजस्थान के कोटा में बनाया जाएगा। राजस्थान प्रदेश का सबसे बड़ा एयरपोर्ट होगा, जो अत्याधुनिक सुविधाओं से लैस होगा। बड़े यात्री विमान यहां पर आसानी से लैंड कर सकेंगे हैं अगर मौसम खराब, तूफान और अंधेरी रात में घुप लगता है। 440.64 हेक्टेयर क्षेत्र में बनने वाले इस एयरपोर्ट का डीपीआर कार्य पूरी तरह से शुरू हो गया है।
सरकार ने तीन कंसल्टेंट को जल्द से जल्द एयरपोर्ट योजना बनाने का काम सौंपा है। इसमें दिल्ली की कंसल्टेंट एयरपोर्ट की एक ओर, चेन्नई की कंसल्टेंट एयरपोर्ट पर बनने वाले भवनों और दिल्ली की दूसरी कंसल्टेंट एयरपोर्ट के पर्यावरण संबंधी परियोजनाओं को शामिल किया गया है।
कोटा एयरपोर्ट इंस्ट्रूमेंटल लैंडिंग सिस्टम (ILS) से लैस होगा। इसमें केटवन श्रेणी की लाइटें रनवे पर लगाई जाएंगी। साथ ही नवीनतम मशीनें भी लगाई जाएंगी। इससे बड़े यात्री एयरपोर्ट पर मौसम खराब होने, तूफान आने और अंधेरी रात में घुप होने पर भी विमान लैंड कर सकते हैं। डॉपलर वेरी हाई फ्रीक्वेंसी ओमनी रेंज रेडियो नेविगेशन सिस्टम (DVOR) के तहत हाई फ्रीक्वेंसी उपकरण लगाए जाएंगे, जिससे विमान की लैंडिंग बेहतर होगी।
कोटा के नए एयरपोर्ट पर एक बड़ा एप्रन (विमान खड़ा करने का स्थान) बनाया जाएगा, जिसमें सात बड़े विमान खड़े हो सकेंगे। इस एप्रन में सात बड़े विमान एक साथ खड़े हो सकते हैं।
कोटा का एयरपोर्ट जल्द ही राजस्थान में सबसे बड़ा एयरपोर्ट बन जाएगा। यहां लगने वाले नवीनतम उपकरणों से रात में बड़े यात्री विमान भी उतर सकेंगे और तूफान में भी उतर सकेंगे। तीन या तीन कंसलटेंट अलग-अलग डीपीआर बना रहे हैं, जिससे एयरपोर्ट का काम जल्द से जल्द शुरू हो जाएगा। डीपीआर बनाने का कार्य जल्द ही पूरा हो जाएगा।
–तुलसीराम मीणा, कोटा एयरपोर्ट डिप्टी जनरल मैनेजर एंड एयरपोर्ट डायरेक्टर
सरकार ने तीन कंसल्टेंट को जल्द से जल्द एयरपोर्ट योजना बनाने का काम सौंपा है। इसमें दिल्ली की कंसल्टेंट एयरपोर्ट की एक ओर, चेन्नई की कंसल्टेंट एयरपोर्ट पर बनने वाले भवनों और दिल्ली की दूसरी कंसल्टेंट एयरपोर्ट के पर्यावरण संबंधी परियोजनाओं को शामिल किया गया है।
कोटा एयरपोर्ट इंस्ट्रूमेंटल लैंडिंग सिस्टम (ILS) से लैस होगा। इसमें केटवन श्रेणी की लाइटें रनवे पर लगाई जाएंगी। साथ ही नवीनतम मशीनें भी लगाई जाएंगी। इससे बड़े यात्री एयरपोर्ट पर मौसम खराब होने, तूफान आने और अंधेरी रात में घुप होने पर भी विमान लैंड कर सकते हैं। डॉपलर वेरी हाई फ्रीक्वेंसी ओमनी रेंज रेडियो नेविगेशन सिस्टम (DVOR) के तहत हाई फ्रीक्वेंसी उपकरण लगाए जाएंगे, जिससे विमान की लैंडिंग बेहतर होगी।
कोटा के नए एयरपोर्ट पर एक बड़ा एप्रन (विमान खड़ा करने का स्थान) बनाया जाएगा, जिसमें सात बड़े विमान खड़े हो सकेंगे। इस एप्रन में सात बड़े विमान एक साथ खड़े हो सकते हैं।
कोटा का एयरपोर्ट जल्द ही राजस्थान में सबसे बड़ा एयरपोर्ट बन जाएगा। यहां लगने वाले नवीनतम उपकरणों से रात में बड़े यात्री विमान भी उतर सकेंगे और तूफान में भी उतर सकेंगे। तीन या तीन कंसलटेंट अलग-अलग डीपीआर बना रहे हैं, जिससे एयरपोर्ट का काम जल्द से जल्द शुरू हो जाएगा। डीपीआर बनाने का कार्य जल्द ही पूरा हो जाएगा।
–तुलसीराम मीणा, कोटा एयरपोर्ट डिप्टी जनरल मैनेजर एंड एयरपोर्ट डायरेक्टर