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गर्मियों में कार का ऐसे रखें ध्यान, इंजन से लेकर रेडिएटर तक जानिए किन पार्ट्स की होती है ज्यादा दिक्कत

भीषण गर्मी में कार के थर्मोस्टेट, रेडिएटर और कूलिंग सिस्टम पर बुरा असर पड़ता है। जानिए कैसे 45-50 डिग्री तापमान में अपनी कार को ओवरहीटिंग से बचाएं और किन जरूरी हिस्सों की समय पर सर्विस करवाना है जरूरी।
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गर्मियों में कार का ऐसे रखें ध्यान! इंजन से लेकर रेडिएटर तक जानिए किन पार्ट्स की होती है ज्यादा दिक्कत

car maintenance in summer: इन दिनों दिल्ली-एनसीआर ही नहीं, पूरे देश में भीषण गर्मी पड़ रही है। तापमान कई जगहों पर 45 से 50 डिग्री तक पहुंच गया है। ऐसे में न सिर्फ लोगों को बाहर निकलना मुश्किल हो रहा है, बल्कि कारों पर भी इसका बुरा असर पड़ रहा है। तेज गर्मी के कारण कार के कुछ जरूरी पार्ट्स जल्दी खराब हो सकते हैं। आइए जानते हैं गर्मियों में किन हिस्सों का ध्यान रखना जरूरी है और कैसे उनकी देखभाल करें।

1. थर्मोस्टेट हो सकता है खराब

कार के इंजन का तापमान कंट्रोल करने के लिए कूलेंट का इस्तेमाल होता है। इस कूलेंट को सही तरीके से चलाने का काम थर्मोस्टेट करता है। लेकिन ज्यादा गर्मी में थर्मोस्टेट खराब हो सकता है, जिससे कूलेंट सही से नहीं बहता और इंजन बहुत गर्म होने लगता है। अगर आपकी कार अचानक ज़्यादा गर्म होने लगे तो थर्मोस्टेट जरूर चेक करवाएं और जरूरत हो तो बदलवाएं।

 2. रेडिएटर के चोक होने की समस्या

रेडिएटर का काम होता है कूलेंट को ठंडा करना। रेडिएटर में जाली लगी होती है जिससे हवा पास होकर कूलेंट को ठंडा करती है। लेकिन कई बार धूल-मिट्टी की वजह से रेडिएटर चोक हो जाता है, जिससे कूलिंग में दिक्कत आती है। इससे बचने के लिए समय-समय पर रेडिएटर को अच्छे मेकेनिक से साफ करवाना जरूरी है।

गर्मियों में कार के कूलिंग सिस्टम का रखें खास ध्यान

गर्मी के दिनों में कार का इंजन बहुत जल्दी गर्म हो जाता है। ऐसे में उसे ठंडा रखने के लिए कार में कूलेंट का इस्तेमाल किया जाता है। यह कूलेंट एक रबर की पाइप के जरिए इंजन तक पहुंचता है। लेकिन तेज गर्मी के कारण ये रबर पाइप खराब हो सकती है, जिससे कूलेंट लीक होने लगता है। अगर इंजन को पूरा कूलेंट नहीं मिल पाता, तो उसका तापमान बढ़ जाता है और इससे इंजन को नुकसान हो सकता है। इससे बचने के लिए आप रोज़ाना इंजन की जांच करें। अगर कूलेंट लीक होता नजर आए, तो तुरंत किसी अच्छे मेकेनिक को दिखाएं। पाइप बदलवाएं और कूलेंट दोबारा भरवाएं।

रेडिएटर की सफाई है ज़रूरी

कूलेंट को ठंडा करने का काम रेडिएटर करता है। रेडिएटर में जाली लगी होती है, जिससे हवा निकलती है और कूलेंट ठंडा होता है। फिर यह ठंडा कूलेंट इंजन में जाता है और उसे ओवरहीटिंग से बचाता है। लेकिन कई बार रेडिएटर चोक हो जाता है, जिससे कूलिंग में दिक्कत आती है। इसलिए समय-समय पर रेडिएटर को किसी अच्छे मैकेनिक से साफ करवाना चाहिए, ताकि वह सही से काम करता रहे और इंजन सुरक्षित रहे।

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