The Chopal

UP में नए शहर का मास्टरप्लान तैयार, इन 202 गांवों की लगेगी लॉटरी

UP News : उत्तर प्रदेश में जनसंख्या बढ़ती जा रही है जिस कारण लोगों को रहने के लिए पर्याप्त जगह नहीं मिल रही। उत्तर प्रदेश दुनिया भर के निवेशकों की पहली पसंद बनता जा रहा है। यूपी की योगी सरकार ने एक और शहर बसाने का मास्टर प्लान बना रही है। इस शहर बनने से 202 गांव के लोगों की लॉटरी लगने वाली है। पढ़ें पूरी खबर 

   Follow Us On   follow Us on
UP में नए शहर का मास्टरप्लान तैयार, इन 202 गांवों की लगेगी लॉटरी

Uttar Pradesh News : उत्तर प्रदेश में जनसंख्या बढ़ती जा रही है जिस कारण लोगों को रहने के लिए पर्याप्त जगह नहीं मिल रही। उत्तर प्रदेश दुनिया भर के निवेशकों की पहली पसंद बनता जा रहा है।  उत्तर प्रदेश में सरकार इस जगह एक नया शहर बसाने का प्लान बना रही है। इस नए प्रस्तावित शहर से 202 गांव की तस्वीर बदलने वाली है। जानकारी के लिए बता दें कि स्टेट कैपिटल रीजन को प्रदेश कैबिनेट की मंजूरी मिलते ही इन क्षेत्रों को नोटिफिकेशन जारी कर दिया जाएगा। सरकार इस जगह पर एक नया शहर SCR बसाने का प्लान बना रही है। राज्य राजधानी क्षेत्र (SCR) में शामिल होने वाले जिले के प्रस्तावित करीब 202 गांवों की सूरत बदलने वाली है।

स्टेट कैपिटल रीजन (State Capital Region) को प्रदेश कैबिनेट की मंजूरी मिलने के बाद जल्द ही क्षेत्रों का नोटीफिकेशन जारी होगा। लखनऊ से सटे जिले के बछरावां, शिवगढ़, महराजगंज और खीरों ब्लॉकों के गांवों में मेट्रो, बाईपास, ओवरब्रिज की सुविधाओं के साथ ही रोजगार के अवसर भी बढ़ेंगे। लखनऊ की तरह आवासीय और व्यावसायिक परियोजनाएं भी मिलेंगी।

मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने कुछ समय पहले ही लखनऊ को SCR (Delhi NCR) बनाने का ऐलान किया था। इसमें रायबरेली को भी शामिल किया जाना था। जिले के लोग इस घोषणा से खुश हो गए। अब प्रस्ताव कैबिनेट में पारित होने के बाद लोगों की उम्मीदें बढ़ गईं।

एससीआर के गठन के बाद लखनऊ के लोग भी उच्चटेक सुविधाओं का लाभ लेंगे। लोगों को बड़ी सुविधाएं मिलनी शुरू हो जाएंगी और एससीआर से जुड़े जिले के गांवों का चहुमुंखी विकास होगा। नोटिफिकेशन के बाद ही कितने गांव इसके दायरे में आएंगे, यह स्पष्ट हो जाएगा। इन गांवों की संख्या कम हो सकती है या बढ़ सकती है।

अस्तित्व में रहेगा आरडीए, बढ़ जाएगा दायरा

रायबरेली विकास प्राधिकरण (आरडीए) का अस्तित्व एससीआर में शामिल होने के बाद भी खत्म नहीं होगा, बल्कि इसका दायरा भी बढ़ना तय है। शहर का विकास भी आसानी से हो सकेगा। दायरा बढ़ने के बाद अगले पचास वर्षों को भी ध्यान में रखते हुए ही प्राधिकरण को नगर योजना बनानी होगी। इससे शहर की वृद्धि तेज होगी।

जानिए, क्या है एससीआर

लखनऊ और उसके आसपास के जिलों का विकास राष्ट्रीय राजधानी रीजन (एससीआर) में योजनाबद्ध रूप से किया जाएगा, जैसा कि दिल्ली और उसके आसपास के जिलों को एनसीआर में किया गया है। एससीआर में रायबरेली के अलावा लखनऊ, सीतापुर, उन्नाव, बाराबंकी और हरदोई भी हैं। इन जिलों से जुड़े गांवों में योजनाबद्ध विकास होगा।

ब्लॉकों में कितनी ग्राम पंचायतें
बछरावां 53
शिवगढ़ 36
महराजगंज 53
खीरों 60
कुल 202

एससीआर (scr big news) को प्रदेश कैबिनेट से मंजूरी मिल गई है। लखनऊ से जुड़े जिले के ब्लॉकों के करीब 202 गांवों के इसमें शामिल होने की उम्मीद है। शासन स्तर पर नोटीफिकेशन के बाद विकास होगा और गांवों के संख्या की तस्वीर साफ होगी। निर्देश मिलने के बाद विकास से संबंधित प्रस्तावों को तुरंत शासन को भेजा जाएगा।