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Wheat Procurement: हरियाणा में गेहूं खरीदने पकड़ा जोर, सरसों खरीद ने बनाया रिकॉर्ड

हरियाणा में सरसों के खरीद जोरों पर चल रही है। वही धीरे-धीरे गेहूं की खरीद ने भी जोर पकड़ लिया है। प्रदेश में अब तक करीबन 10 लाख मीट्रिक टन गेहूं और 5.43 लाख टन सरसों की खरीद की जा चुकी है।
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Wheat Procurement: हरियाणा में गेहूं खरीदने पकड़ा जोर, सरसों खरीद ने बनाया रिकॉर्ड

Wheat Procurement: हरियाणा में सरसों के खरीद जोरों पर चल रही है। वही धीरे-धीरे गेहूं की खरीद ने भी जोर पकड़ लिया है। प्रदेश में अब तक करीबन 10 लाख मीट्रिक टन गेहूं और 5.43 लाख टन सरसों की खरीद की जा चुकी है। सरकार द्वारा आदेश जारी किया गया है, कि फसल खरीद के 72 घंटे के अंदर भुगतान कर दिया जाना चाहिए। अब तक किसानों को करीबन 1500 करोड़ रुपए फसल खरीद के वितरित कर दिए गए हैं। चलिए जानते हैं सरकार किस रेट पर खरीद रही है गेहूं, सरसों और चना.....

भारत में गेहूं के प्रमुख उत्पादक राज्यों में से हरियाणा भी एक है। यहां पर गेहूं की सरकारी खरीद प्रक्रिया ने जोर पकड़ रखा है। हरियाणा सरकार द्वारा सरसों की भी भारी खरीद की जा रही है। सरकारी एजेंसियों के आंकड़ों अनुसार अब तक करीबन 10 लाख मीट्रिक टन गेहूं और 5.43 लाख टन सरसों की खरीद की जा चुकी है। जिसका उठान कार्य निर्धारित समय पर चल रहा है। पिछले साल के मुकाबले इस साल सरसों के खरीद में उछाल आया है। केंद्र सरकार द्वारा हरियाणा से इस साल MSP पर करीबन 8 लाख मिलियन टन गेहूं खरीदने का प्लान है।

इस समय ओपन मार्केट में गेहूं एमएसपी से अधिक कीमत पर खरीदा जा रहा है। सरकार को इस लक्ष्य को हासिल करना आसान नहीं है। हालाँकि, सरकारी प्रवक्ता ने कहा कि राज्य की सभी मंडियों में क्रेटस, तीरपाल और बोरियां सहित रबी फसलों की खरीद के लिए पर्याप्त मात्रा में सामान और उपकरण उपलब्ध हैं। विभाग ने पहले ही सभी खरीद एजेंसियों को बारिश, आंधी और तूफान से फसलों को बचाने के लिए कड़े निर्देश जारी किए हैं। बारिश से किसी भी मंडी में फसलों का नुकसान हुआ है।

लोगों के अलावा, सभी जिलों की मंडियों में नियमित निरीक्षण करने के लिए वरिष्ठ प्रशासकीय अधिकारी नियुक्त किए गए हैं। ताकि किसानों को अपनी फसल बेचने में कोई परेशानी न हो, प्रशासकीय अधिकारी अपने-अपने जिलों में मंडियों का निरीक्षण करते हैं। इसके अलावा, खरीद की गई फसल का भुगतान 72 घंटे के अंदर करने का अनुरोध किया गया है। अब तक किसानों को फसल खरीद पर लगभग 1500 करोड़ रुपये की राशि दी गई है।

गेहूं खरीदने के लिए हरयाणा में 417 केंद्र बनाए गए हैं। इसके अलावा, किसानों की सुविधा के लिए 107 खरीद केंद्र बनाए गए हैं, 11 खरीद केंद्र चने के लिए बनाए गए हैं, और 25 खरीद केंद्र जौ के लिए बनाए गए हैं। राज्य में गेहूं, सरसों, चना और जौ लगातार खरीदा जाता है। गेहूं का एमएसपी इस वर्ष 2275 रुपये, सरसों का 5650 रुपये और चने का 5,440 रुपये है। सरकार इसी दर पर खरीद रही है जबकि सरसों का मूल्य एमएसपी से कम हो रहा है।