Business idea: खाली जमीन पर मछली पालन के लिए सरकार से अनुमति लेनी पड़ती है या नहीं, जानिए
Farming Tips : भारत में बहुत बड़ी आबादी कृषि कार्य करके अपने जीवन यापन का गुजारा चलाते हैं। लेकिन देश में अब किसान समय के साथ-साथ बदल रहे हैं। किसानों का रुख अब पारंपरिक खेती के साथ-साथ गैर पारंपरिक खेती की तरफ भी हो रहा है।
Business Idea : भारत की अर्थव्यवस्था का खेती का सबसे ज्यादा महत्वपूर्ण योगदान है। किसानों को पारंपरिक खेती करके कोई ज्यादा मुनाफा नही मिल पा रहा है। लेकिन अब किस वक्त के साथ समझदार होकर गैर पारंपरिक खेती की ओर रुख कर रहे हैं। आज के समय में किसान खेती से बिजनेस के अलग-अलग तरीके खोज रहे हैं।
पारंपरिक खेती कई व्यवसायों में किस्मत आजमा रहे किसान
भारत अब पारंपरिक खेती कई व्यवसायों में किस्मत आजमा रहे हैं। किसानों का रुझान भी पिछले कुछ समय से मछली पालन की ओर बढ़ा है। किसानों को मछली पालन करने के लिए क्या चाहिए? कैसे मछली पालन का व्यवसाय शुरू कर सकते हैं। आइए जानते हैं बिजनेस शुरू करने से पहले क्या जानना चाहिए। अब किसान भी मछली पालन से अच्छी खासी कमाई कर रहे हैं। किसानों को मछली पालन करने के लिए कुछ चीजें चाहिए। क्या गांव में पहले से ही जमीन है तो सरकार से मछली पालन की अनुमति लेनी होगी? कैसे मछली पालन का व्यवसाय शुरू करें चलिए यह सब जानते हैं।
सरकार की अनुमति नहीं लेनी चाहिए
आपको किसी भी प्रकार का व्यवसाय शुरू करने के लिए परमिशन की आवश्यकता नहीं होगी। कानून प्रक्रिया की तरह, आपको अपने उद्यम को रजिस्टर्ड करवाना होगा। मछली पालन करने वाले किसानों को भी इस प्रक्रिया का पालन करना होगा। जिसमें वह अपने मछली पालन व्यवसाय के बारे में सब कुछ बताता है। सरकार मछली पालन करने के लिए किसानों को प्रोत्साहित करती है। भारत सरकार भी किसानों को मछली पालन में 60 फीसदी की सब्सिडी देती है। प्रधानमंत्री मत्स्य संपदा योजना केंद्र सरकार द्वारा चलाई जा रही है। अब भारत में जिन किसानों के पास तालाब नहीं है, वह भी मछली पालन व्यवसाय शुरू कर सकता है।
कैसे मछली पालन शुरू करें?
किसानों का रुख मछली पालन की तरफ काफी ज्यादा आकर्षित हो रहे हैं। इस व्यवसाय को शुरू करने से पहले आपको पहले मछली पालन की ट्रेनिंग लेनी चाहिए। यह आपके व्यापार में बहुत फायदेमंद हो सकता है। इसके बाद छोटे तालाब में मछली पालन शुरू कर सकते हैं। छोटे तालाब बनाने में काफी खर्च होता है, लेकिन इससे अच्छा मुनाफा कमाया जा सकता है। अगर किसी व्यक्ति के पास गांव में खाली जमीन है। जमीन खरीदने की लागत आपकी बच जाएगी। मछली पालन के जानकारों की माने तो छोटे तालाब बनवाने में 50000 रुपए तक का खर्च आ सकता है । तालाब में बीज डालने के महीने बाद ही मछली तैयार हो जाती है।
सरकारी सहायता मिलेगी
भारत सरकार बैकयार्ड रिसर्कुलेटरी एक्वाकल्चर सिस्टम का निर्माण कर रही है। इस योजना के तहत मछली पालन का व्यवसाय शुरू करना चाहने वालों को चालीस प्रतिशत तक की सब्सिडी दी जाएगी। इसलिए, अनुसूचित जाति और जनजाति की महिलाओं को इस कार्यक्रम के तहत सब्सिडी दी जाएगी।